हावड़ा: नगर निगम के वार्ड संख्या 15 के फकीर बगान लेन और उसके आसपास के इलाके की बदहाली से नाराज स्थानीय लोगों ने सार्वजनिक रूप से जन हस्ताक्षर अभियान चलाया. मंगलवार सुबह नौ बजे से 58/1, फकीर बगान लेन के पास बने शौचागार के पास लगे बैनर पर हस्ताक्षर करने के लिए स्थानीय लोगों की कतार लग गयी. इस इलाके में हल्की बारिश के बाद जलजमाव हो जाता है.
इलाके के 50/2 से 58/1 फ़क़ीर बगान लेन तक के नालों की सफाई महीनों से नहीं हुई है. कई इलाके ऐसे हैं, जहां सफाई नहीं होने के कारण नालियों पर कचरे का अंबार लगा हुआ है. मेयर को जन हस्ताक्षर की प्रति को सौंपने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है. फकीर बगान लेन का मद्रासी पट्टी सबसे बदहाल स्थिति में है.
जलजमाव के समय स्ट्रीट लैंप कई दिनों तक गंदे पानी में डूबे रहते हैं. वही कचरे की नियमित सफाई नहीं होने के कारण कूड़े का अंबार लगा रहता है. दुर्गापूजा, कालीपूजा, दीपावली एवम छठपूजा जैसे महत्वपूर्ण त्योहारों पर भी इस इलाके में समुचित सफाई नही करवायी गयी थी, जिससे नाराज लोगों ने हस्ताक्षर करते हुए अपना रोष व्यक्त किया. वहीं आरोप है कि दोपहर दो बजे स्थानीय पार्षद अनूप चक्रवर्ती के समर्थकों ने वहां पहुंच कर लोगों को डराया-धमकाया. तृणमूल के वार्ड 15 के अध्यक्ष स्वपन दे, युवा तृणमूल के वार्ड अध्यक्ष उत्तम सोनकर, वार्ड का सफाई विभाग देखने वाले मोहन पात्रो सहित कई असामाजिक तत्वों ने सड़क पर लगे हस्ताक्षर वाले बैनर को फाड़ कर फेंक दिया और साथ ही स्थानीय लोगों को पार्षद के खिलाफ आंदोलन करने पर धमकाया. भाजपा नेता उमेश राय ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि जितनी मेहनत विरोध करने वालों को दबाने में की जा रही है, उतना प्रयास अगर सफाई के लिए किया होता तो जनता के रोष का सामना नहीं करना पड़ता. वहीं उत्तर हावड़ा मंडल- 2 के भाजयुमो महामंत्री बिट्टू प्रसाद ने कहा कि अगर दो दिनों में इलाके की समुचित सफाई नहीं हुई तो लोगों के विरोध को दबाने का ये प्रयास महंगा पड़ सकता है,