पार्टी सूत्रों ने यहां कहा कि इस संबंध में एक पत्र मंत्रालय को सौंपा गया है. नौकरशाह रहने के बाद पश्चिम बंगाल की तृणमूल सरकार में मंत्री रहे श्री गुप्ता इस साल मार्च में पहली बार ऊपरी सदन के लिए निर्वाचित हुए थे. एक सप्ताह पहले पार्टी ने परिवहन, पर्यटन और संस्कृति की संसदीय स्थायी समिति से राय को हटाया था और उनकी जगह अपने राज्यसभा नेता डेरेक ओ ब्रायन को सदस्य बनाया था.
एक समय पार्टी में प्रभावशाली नेताओं में शुमार रहे मुकुय राय का पार्टी में कद तब से घटने लगा, जब भाजपा नेताओं के साथ उनकी निकटता की खबरें पार्टी प्रमुख एवं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पास पहुंचने लगीं. सारधा चिटफंड मामले में सीबीआई की जांच के दायरे में नाम आने के बाद 2015 में मुकुल राय को पार्टी के महासचिव पद से हटाया गया था.