कोलकाता. ओम दयाल कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड आर्किटेक्चर की शुरुआत 2010 में की गयी. उलूबेड़िया, हावड़ा के पास ग्रामीण इलाके का यह एक एेसा टेक्नोलॉजिकल कॉलेज है, जो आर्किटेक्चर के क्षेत्र में बेहतरीन शिक्षा प्रदान कर रहा है. ग्रामीण बंगाल में शिक्षा का विस्तार करना ही इस कॉलेज का लक्ष्य है. अभी तक ग्रेजुएट इंजीनियर्स के 4 बैच तैयार हुए हैं. इन सभी छात्रों ने अच्छे अंकों के साथ सफलता हासिल की. यह जानकारी देते हुए कॉलेज के प्रिंसिपल सत्येन्द्रनाथ चट्टोपाध्याय ने बताया कि छात्रों की दक्षता विकसित करने के लिए कॉलेज परिसर में वोयाज 2017 का आयोजन किया गया.
हमारे छात्र न केवल पढ़ाई के प्रति बल्कि अन्य इनोवेटिव मॉडल तैयार करने में भी गहरी रुचि रखते हैं. कई छात्र ऐसे हैं जो अपने परिवार के प्रथम ग्रेजुएट हैं. अब 7 सालों में आर्किटेक्चर के छात्रों की संख्या बढ़ी है. कई छात्र ग्रामीण परिवेश के भी हैं. इन छात्रों को उनकी तकनीकी दक्षता के लिए कई उद्योग सहयोग कर रहे हैं. हमारी फैकल्टी काफी अनुभवी है, जो छात्रों को हर तरह के ज्ञान के साथ व्यावहारिक शिक्षा भी प्रदान कर रही है. वोयाज 2017 में 150 छात्रों ने भाग लिया. इसमें इंजीनियरिंग के छात्रों ने एडवान्स्ड टेक्नोलॉजी के साथ स्काईबस मेट्रो, डाइवरजिंग डायमंड इन्टरचेंज हाइवे, स्लिप फोर्म शटरिंग फॉर कनस्ट्रक्शन ऑफ चिमनी, डैम विथ ऑटोमेटिक लॉक गेट, लाइन फोलोवर रोबोट, सोइल मोइस्चर सेंसर, प्रोपेलर क्लॉक, ब्लू टूथ कन्ट्रोल्ड रोबोट, सिम्पल होम, पोर्टेबिल एयर कूलर जैसे मॉडल तैयार किये.
इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए छात्रों ने काफी दिनों से मेहनत की है. सेमेस्टर परीक्षा के दौरान भी छात्रों की मेहनत रंग लायी. समय पर सभी प्रोजेक्ट पूरे किये. यहां इंडस्ट्री के सेवानिवृत्त कर्मियों को संस्थान से जोड़ा गया है, ताकि वे अपना योगदान कर सकें. यहां 15 छात्रों पर एक शिक्षक को नियुक्त किया गया है. फैकल्टी सूची में काफी अनुभवी शिक्षाविद शामिल किये गये हैं. हमारे छात्रों ने कैम्पस में व बाहर भी कई सत्र, कार्यशाला व प्रतियोगिताओं में भाग लिया है. उनका कहना है कि हमारे छात्र अमित राउत को इंटरनेशनल जरनल (आइआइईटीए) में पेपर प्रकाशित करने के लिए चुना गया. साइंस, इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में इनोवेटिव रिसर्च के लिए प्रकाशित इंटरनेशनल जरनल में शुभेन्दु भट्टाचार्य व कुमारी मेघा डिडवानिआ के पेपर्स प्रकाशित किये गये हैं. हमारे कई छात्र जेएटीइ, एमएटी, निकमार, डिफेंस सर्विस, कैट में सफलता हासिल किये हैं. आइआइटी, भुवनेश्वर के सहयोग से आयोजित रोबोहंक में छात्रों को तीसरा पुरस्कार मिला. यहां के छात्र रितविक दास को टेक्नेक्स 15 (आइआइटी, भुवनेश्वर) में बेस्ट डिजाइन का अवॉर्ड दिया गया.
छात्र अर्का भौमिक को रीसोनैन्स वी9 रोबोटिक्स के अलग-अलग कार्यक्रम में पुरस्कार दिये गये. आइआइटी, रुरकी व आइआइएसइआर (शिवपुर) में आयोजित स्टूडेंट्स डिजाइन प्रतियोगिता में छात्रों ने पुरस्कार हासिल किया. कुछ छात्रों ने कन्सट्रक्ट डिजाइन अवॉड्स में प्रथम पुरस्कार हासिल किया.