खड़गपुर: ऑनलाइन गेम ब्लू व्हेल चैलेंज खेल की चपेट में अब खड़गपुर आइआइटी कैंपस के एक प्राइवेट स्कूल की सातवीं कक्षा की तीन छात्राएं अा गयी हैं. इनके बाएं हाथ पर कलाई के पास ब्लू व्हेल की आकृति में काटने के निशान हैं. इनके हाथ पर यह निशान स्कूल की एक शिक्षिका ने देखी और उसने तुरंत इसकी सूचना प्रिंसिपल एनके गौतम को दी है.
प्रिंसिपल ने तीनों छात्राओं के अभिभावकों को इससे अवगत कराया है और उन्हें सावधानी से छात्राओं से इस विषय में पूछने की सलाह दी है. बच्चियों के हाथ पर ब्लू व्हेल के निशान की जानकारी से उनके अभिभावक सकते में हैं. उनका कहना है कि उन्हें इस बात की जरा भी भनक नहीं थी कि उनकी बच्चियां ब्लू व्हेल खेल रही हैं.
विद्यालय के प्राचार्य ने इन बच्चियों के अभिभावकों को निर्देश दिया है कि वे अगले तीन दिनों तक उन्हें स्कूल नहीं भेजें. प्राचार्य ने बताया कि उन्हें स्कूल की छात्राओं की चिंता है और वे इसके लिए आइआइटी खड़गपुर के काउंसलरों की सहायता से स्कूल में वर्कशॉप का आयोजन करेंगे. बता दें कि दुनियाभर में इस गेम के कारण कई लोगों ने आत्महत्या कर ली है. भारत में अब तक चार बच्चों ने खुदकुशी की है.
स्कूल ने अभिभावकों को किया सतर्क
महागनर के प्रतिष्ठित स्कूल महादेवी बिरला वर्ल्ड एकादमी ने अभिभावकों को ब्लू व्हेल गेम के मद्देनजर सतर्क रहने का निर्देश दिया है. स्कूल की ओर से अभिभावकों को भेजे गये एसएमएस में कहा गया है कि ब्लू व्हेल चैलेंज की घटनाएं सुनने को मिल रही हैं. यह एक साहसिक गेम है और किशोरों के बीच काफी लोकप्रिय है. कृपया अपने बच्चों पर सख्त निगरानी रखें. देर रात और सुबह अपने बच्चों को कंप्यूटर या फोन का इस्तेमाल बिना निगरानी में नहीं करने दें, क्योंकि दु:ख जताने से अच्छा सतर्क रहना है. इस बीच, एसोसिएशन ऑफ आइसीएसइ ने सोशल मीडिया के इस्तेमाल में दुरुपयोग को लेकर एक कार्यशाला आयोजन करने की घोषणा की है.