21.7 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

एसएस अहलूवालिया ने दी राज्य सरकार को नसीहत, दार्जिलिंग में बल प्रयोग छोड़ें

नयी दिल्ली/कोलकाता.भाजपा ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल सरकार से यह कहते हुए तनावपूर्ण दार्जिलिंग में बल प्रयोग छोड़ने के लिए कहा कि वहां पर संकट गोली से नहीं सुलझाया जा सकता. पर्वतीय क्षेत्र का लोकसभा में प्रतिनिधित्व करने वाले केंद्रीय मंत्री एसएस अहलुवालिया ने दार्जिलिंग में कथित पुलिस गोलीबारी की ‘उच्च स्तरीय ‘ जांच की […]

नयी दिल्ली/कोलकाता.भाजपा ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल सरकार से यह कहते हुए तनावपूर्ण दार्जिलिंग में बल प्रयोग छोड़ने के लिए कहा कि वहां पर संकट गोली से नहीं सुलझाया जा सकता.
पर्वतीय क्षेत्र का लोकसभा में प्रतिनिधित्व करने वाले केंद्रीय मंत्री एसएस अहलुवालिया ने दार्जिलिंग में कथित पुलिस गोलीबारी की ‘उच्च स्तरीय ‘ जांच की मांग की जिसमें तीन प्रदर्शनकारी मारे गये थे. उन्होंने इसे ‘अक्षम्य ‘ ‘ बताया. अहलूवालिया एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे जिसमें उनके साथ गोरखालैंड मूवमेंट कोआर्डिनेशन कमेटी (जीएमसीसी) के सदस्य थे. उन्होंने उम्मीद जतायी कि 15 अगस्त से पहले वहां शांति बहाल हो जायेगी.

उन्होंने कहा, ‘दार्जिलिंग में संकट का समाधान गोली के जरिये नहीं हो सकता. दमनकारी कदम और पुलिस की बर्बरता हल नहीं है. ‘ उन्होंने राज्य की तृणमूल कांग्रेस सरकार और जीएमसीसी से शांति लाने और हिंसा रोकने की अपील की.

वार्ता से ही होगा समाधान: अहलूवालिया ने कहा कि 50 दिवसीय लंबे संकट का समाधान केवल राजनीतिक वार्ता से हो सकता है और इसके लिए नगर में शांति बहाल करने की जरूरत है. उन्होंने जीएमसीसी सदस्यों से अनुरोध किया कि वे अपना अनशन समाप्त करें और अपनी हड़ताल वापस ले लें. उन्होंने कहा, ‘गोरखा अपनी ईमानदारी और देश के लिए निष्ठा के लिए जाने जाते हैं. वे देश के लिए अपना जीवन बलिदान करने से कभी हिचकते नहीं हैं. इसलिए मैं उनसे अनुरोध करता हूं कि अपना अनशन वापस ले लें और हड़ताल समाप्त कर दें.
दार्जिलिंग के सांसद के तौर पर वह जीएमसीसी की ओर से प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को एक ज्ञापन सौंपेंगे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें