कोलकाता: महानगर के 93 नंबर वार्ड में पेयजल का संटक बना हुआ है. शुद्ध पानी की तलाश में लोगों को 25-30 मिनट पैदल चल कर पानी लाना पड़ रहा है. यह ऐसा वार्ड है जहां के पार्षद रतन दे कोलकाता नगर के मेयर परिषद के सदस्य हैं लेकिन समस्या का समाधान नहीं निकला गया. यहां के लोग कई बार स्थानीय पार्षद से इस संबंध में शिकायत कर चुके हैं,लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है. उधर निगम के डीजी (वाटर) के अनुसार उन्हें इस समस्या के विषय में कोई जानकारी नहीं. स्थानीय पार्षद से भी उनको सूचना नहीं मिली है.
वार्ड के बस्ती इलाके में अधिक है पेयजल संकट : जानकारी के अनुसार 93 नंबर वार्ड लेक गार्डेन इलाका स्थित गोविंदपुर बस्ती में यह समस्या काफी गंभीर है. इस बस्ती में पेयजल के लिए के मात्र एक हैंड पाइप तथा एक पंप है. इस पंप से लगे नल से लोग पानी लेते हैं. हैंड पाइप व पंप दोनों की खस्ता हालत है. जल स्तर कम हो जाने के कारण हैंड पाइप से बालू के साथ पानी निकल रहा,जो पीने योग्य नहीं है. वही पंप की दशा भी लगभग एक ही है. जल स्तर कम होने के कारण अायरन युक्त गंदा पानी निकल रहा है. पेयजल के लिए स्थानीय लोग प्रिंस अनवर शाह इलाके में लगे पंप तक पानी के लिए जाना पड़ता है. इस पंप में टालीगंज बुस्टर प्लांट से पानी सप्लाई का जाती है. लोग रिक्शा साइकिल का सहारा लेकर उक्त इलाके से पानी ला रहे हैं.
पेयजल समस्या के संबंध में मुझे कोई जानकारी नहीं है. स्थानीय पार्षद की शिकायत के बाद ही इस समस्या का हल निकाला जायेगा, लेकिन स्थानीय पार्षद की ओर से अब तक इस विषय में हमें जानकारी नहीं दी गयी है.
विभाष माइती, डायरेक्टर जनरल,वाटर , कोलकाता नगर निगम