कोलकाता : तीन दिन से राज्य में लगातार भारी बारिश हो रही है. नदियां उफान मार रही हैं. कई इलाकों में पानी भर गया है. प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाये हुए है. इस परिस्थिति के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया है कि फिलहाल राज्य में बाढ़ जैसी स्थिति नहीं है. सोमवार को दिल्ली रवाना होते समय एयरपोर्ट पर संवाददाताओं से मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अभी तक बाढ़ जैसी स्थिति नहीं है. पानी का स्तर खतरे के निशान से नीचे है.
हालांकि वीरभूम जिला के लाभपुर, पुरुलिया, पश्चिम मेदिनीपुर के घाटाल आैर गोघाट, हुगली के आरामबाग जैसे निचले इलाकों में पानी भर गया है. मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे तक राज्य में भारी बारिश की संभावना जतायी है. स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री ने सोमवार दोपहर में राज्य सचिवालय नवान्न में आला अधिकारियों के साथ एक बैठक की.
मुख्यमंत्री ने बताया कि स्थिति पर निगरानी के लिए अधिकारियों के साथ बैठक की गयी. राज्य सरकार ने विभिन्न जिलों में तिरपाल समेत राहत सामग्री का वितरण शुरू कर दिया है. झारखंड से पानी छोड़े जाने पर चिंता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें बिना जानकारी दिये झारखंड से पानी छोड़ा जा रहा है. पानी छोड़ने से पहले उन्हें बताना चाहिए. दामोदर वैली कॉरपोरेशन (डीवीसी) का नाम लिए बगैर एक बार फिर उसे स्थिति के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए सुश्री बनर्जी ने कहा कि उसके द्वारा पानी छोड़ने के कारण इस तरह की परिस्थिति उत्पन्न होती है.
राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण में शामिल होने दिल्ली गयीं मुख्यमंत्री
नवनिर्वाचित राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सोमवार शाम को दिल्ली के लिए रवाना हो गयीं. महानायक उत्तम कुमार के स्मरण में राज्य सरकार की ओर से नजरूल मंच में आयोजित कार्यक्रम से सुश्री बनर्जी सीधे एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गयीं. मुख्यमंत्री 27 जुलाई को कोलकाता वापस लौटेंगी. 25 जुलाई को राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में देश के 14वें राष्ट्रपति के रूप में रामनाथ कोविंद शपथ लेंगे.
शपथ ग्रहण समारोह में देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के शामिल होने की संभावना है. स्वाभाविक रूप से वहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ भी उनकी भेंट होगी, पर अलग से प्रधानमंत्री के साथ उनकी बैठक होने की अभी तक कोई संभावना नहीं है. समारोह में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री को राष्ट्रपति भवन की आेर से आमंत्रित किया गया है. इस संबंध में सुश्री बनर्जी ने बताया कि उन्हें अचानक परसो इस बारे में पता चला, जिसकी वजह से उन्हें अपने कई तय कार्यक्रम में फेरबदल करने पड़े.
गौरतलब है कि पहले महानायक सम्मान कार्यक्रम सोमवार को शाम पांच बजे होनेवाला था, पर अचानक मुख्यमंत्री के दिल्ली जाने का कार्यक्रम बन जाने के कारण कार्यक्रम का समय बदल कर दिन के तीन बजे कर दिया गया. वहीं मंगलवार काे हाेनेवाला कन्याश्री कार्यक्रम भी रद्द कर दिया गया. अब यह कार्यक्रम मुख्यमंत्री के दिल्ली से लौटने के बाद 28 जुलाई को होगा.
बुधवार को मुख्यमंत्री संसद भवन जायेंगी, जहां वह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिल सकती हैं. उनका कई विपक्षी नेताआें के साथ बैठक करने का भी कार्यक्रम है. सोनिया गांधी समेत सभी विपक्षी दलों के साथ सुश्री बनर्जी उपराष्ट्रपति चुनाव के मुद्दे पर चर्चा करेंगी. गौरतलब है कि उपराष्ट्रपति पद के लिए गोपालकृष्ण गांधी के नाम का प्रस्ताव सबसे पहले सुश्री बनर्जी ने ही दिया था.
सिंचाई मंत्री ने की वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग
सोमवार को सिंचाई मंत्री राजीव बनर्जी ने राज्य के सभी जिलों के डीएम के साथ वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बात की आैर परिस्थिति का जायजा लिया. आपदा प्रबंधन के आला अधिकारियों ने भी जिलाधिकारियों के साथ बात की. जिलों की वर्तमान परिस्थिति, बाढ़ प्रभावित इलाकों एवं परिवारों की सूची फौरन सचिवालय भेजने का निर्देश दिया गया है. जिलाधिकारियों को प्रभावित लोगों तक फौरन राहत सामग्री पहुंचाने की भी हिदायत दी गयी है. सिंचाई मंत्री ने कहा कि भारी वर्षा चिंता का विषय है. मौसम विभाग और बारिश की संभावना जता रहै है. इससे समस्या उत्पन्न हो रही है. मैं कंट्रोल रूम से नियमित स्थिति की निगरानी कर रहा हूं. मंत्री ने झारखंड में हुई वर्षा के बाद दामोदर वैली कॉरपोरेशन (डीवीसी) द्वारा बांधों से 18 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने पर चिंता जताते हुए कहा कि हम उनके साथ बात कर रहे हैं. उनसे अधिक पानी नहीं छोड़ने का अनुरोध किया है. मंगलवार और बुधवार के मौसम पूर्वानुमान को ध्यान में रख कर हम अपनी तैयारी कर रहे हैं. कुछ इलाकों में पिछले चार दिनों में 600 मिलीमीटर से भी अधिक बारिश हुई है. किसी तटबंध के टूटने की सूचना नहीं है. हमने कुछ तटबंधों की ऊंचाई बढ़ाने की व्यवस्था की है.
उत्तर 24 परगना : जलजमाव से लोग बेहाल
लगातार तीन दिनों से हो रही वर्षा के कारण उत्तर 24 पगरना जिले के कई इलाके जलमग्न हो गये हैं. विधाननगर, मध्यमग्राम, बारासात, हाबरा, बैरकपुर के कई बार्डों में वर्षा का पानी भरने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है़ जलजमाव होने से बारासात के कई स्कूल, कॉलेजों में छुट्टी की घोषणा कर दी गयी है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि नगरपालिका द्वारा निकासी व्यवस्था दुरुस्त नहीं करने के कारण जलजमाव की समस्या झेलनी पड़ रही है. बैरकपुर नगरपालिका के अंतर्गत मार्टपाड़ा, जाफरपुर, चक्रवर्तीपाड़ा, अरयादह रोड समेत कई इलाकों में जमजमाव से लोग परेशान हैं. प्रभावित लोगों तक नगरपालिका की आेर से राहत सामग्री पहुंचायी जा रही है.