कोलकाता : पश्चिम बंगाल में सांप्रदायिक दंगा रोकने, सोशल मीडिया का गलत व्यवहार करने वालों पर नजर रखने, शांति व्यवस्था भाईचारा व एकता बनाये रखने के लिए राज्य सरकार ने राज्य में बूथ स्तर पर शांति वाहिनी गठन करने का फैसला किया है. बुधवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यह घोषणा की. राज्य सचिवालय नवान्न में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे साथ प्रतियोगिता नहीं करने के कारण राज्य सरकार के खिलाफ साजिश की जा रही है. गलत व झुठी बातें फैलायी जा रही हैं.
ममता ने कहा कि सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल पर कुप्रचार किया जा रहा है. सुश्री बनर्जी ने कहा कि पिछले वर्ष गंगासागर मेले के दौरान ट्वीटर पर एक झूठी तस्वीर दे कर यह प्रचार किया गया था कि वहां भगदड़ हुए है. कभी बांग्लादेश तो कभी उत्तर प्रदेश की तस्वीर पोस्ट कर सांप्रदायिक दंगा करने का प्रयास किया जा रहा है.
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि यह भाजपा का ट्रेंड है. जिससे सतर्क रहने के लिए वह लोगों से आवेदन करती हैं. उन्होंने कहा कि घर में आग लगाना आसान है, पर आग बुझाना बेहद मुश्किल है. कोई अगर आग लगाने का काम करेगा तो सरकार चुप नहीं बैठेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले दिन हाजरा मोड़ पर इस तरह की बयानबाजी की गयी कि अगर दूसरा इलाका होता तो दंगा हो जाता. भाजपा का झंडा हाथ में लेकर यह काम किया जा रहा है. सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल कर अफवाह फैलायी जा रही है सत्ता में आने के लिए दंगा, अफवाह, कुप्रचार, हंगामा करने का प्रयास किया जा रहा है. लोगों को बांटने का काम किया जा रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस स्थिति को देखते हुए हम लोगों ने यह प्रशासनिक फैसला लिया है कि बूथ स्तर पर शांति वाहिनी का गठन किया जायेगा. अपने-अपने इलाके की शांति की रक्षा इलाका वासी ही करें. प्रशासन आपके साथ है. उन्होंने कहा कि प्रत्येक शांति वाहिनी में 15-20 लोग होंगे. 15 दिन के अंदर इस शांति वाहिनी का गठन कर दिया जायेगा.
उन्होंने कहा कि राज्य में कुल 60 हजार बूथ हैं. यह शांति वाहिनी सांप्रदायिक सदभाव बिगाड़ने का प्रयास करने वालों पर नजर रखेगी. इस बात का ध्यान रखेगी कि कोई सोशल मीडिया पर कोई आपत्तिजनक पोस्ट तो नहीं कर रहा है. अफवाह फैलाने वालों, कुप्रचार करने वालें पर भी शांति वाहिनी नजर रखेगी और इस तरह की किसी बात का पता चलने पर पुलिस प्रशासन को इसकी खबर देगी. शांति वाहिनी प्रशासन के साथ संपर्क में रहेगी.
उन्होंने कहा कि पुलिस अकेले सब नहीं कर सकती है. इस वाहिनी में सभी धर्म, जाति, समुदाय, वर्ग के लोगों को लिया जायेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि वह छात्र, युवा, क्लब, इमाम, पूजारी, एनजीआे, मीडिया सभी से आवेदन करती हैं कि राज्य में शांति बनाये रखने में प्रशासन की सहायता करें.
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें यह सूचना मिली है कि भड़काउ भाषण देने के लिए बाहर से लोग लाये जा रहे हैं. सांप्रदायिक संप्रति, शांति व भाईचारे को तोड़ने की साजिश की जा रही है. राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की भाजपा की मांग पर हमला करते हुए सुश्री बनर्जी ने कहा कि जो लोग यूपी-बिहार को नहीं संभाल पा रहे हैं, वह बड़ी-बड़ी बात कर रहे हैं. भारत में क्या हो रहा है, सारी दुनिया देख रही है. उन्होंने इलजाम लगाया कि कुछ केंद्रीय मंत्री अपने संवैधानिक पद की मर्यादा को भूल कर बयानबाजी कर रहे हैं. उनसे वह यह कहना चाहतीं हैं कि वह पहले अपना-अपना राज्य संभालें. फिर बंगाल के बारे में बात करें.
शांति, भाईचारा व एकता बनाये रखें : डीजीपी
राज्य पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) सुरजीत कर पुरकायस्त ने राज्य वासियों से शांति, भाईचारा व एकता बनाये रखने का आह्वान किया है. उत्तर 24 परगना के बशीरहाट के बादुड़िया की घटना के प्रसंग में बुधवार को जारी एक वीडिया संदेश में श्री पुरकायस्त ने कहा कि कुछ समाजविरोधी तत्व विभिन्न स्तर पर भ्रम फैलाने का प्रयास कर रहे हैं. विशेष रुप से सांप्रदायिक संप्रीति नष्ट करने के लिए अफवाह फैलायी जा रही है. यह सब काम सोशल मीडिया को हथियार बना कर किया जा रहा है.
डीजीपी ने कहा कि सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट के माध्यम से लोगो के बीच विभाजन तैयार करने की कोशिश की जा रही है. आप सभी से आवेदन है कि इस प्रकार के पोस्ट को लाइक व शेयर न करें. डीजीपी ने कहा कि राज्य के कुछ इलाकों में तनाव उत्पन्न हुआ है. प्रशासन की आेर से आपसे आवेदन कते हैं कि शांति स्थापित करने में हमारी सहायता करें. शांति, भाईचारा व एकता बनाये रखें. एकता हमारे राज्य की विशेषता है. प्रशासन आपके साथ है. आपकी सुरक्षा के लिए पर्याप्त पुलिस मौजूद है. आपकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हमलोग प्रतिबद्ध हैं.