पिछले वर्ष भी बांग्ला कला फिल्मों के नामचीन निर्देशक गाैतम घोष ने छात्रों को फिल्म से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारी दी थी. इस साल उन्होंने थियेटर की प्रसिद्ध शख्सियत को छात्रों से रु-ब-रु कराने का निर्णय लिया. इस वर्कशाप में छात्राें ने खूब आनंद उठाया और अभिनय की इस विधा के बारे में कई जानकारी प्राप्त की.
श्रीमती बब्बर ने छात्रों को जीवन में अभिनय के उपयोग के बारे में बताते हुए कहा कि एक अच्छा जीवन जीने के लिए यह काफी उपयोगी है. सही सुर लगाना ही सफल जीवन की कुंजी है. हर समय हमें अपने कष्टों को भूलकर मुस्कुराहटों भरा जीवन जीने का प्रयास करना चाहिए.