पत्नी के स्वस्थ होने के बाद भोलनाथ राम शंकर के पास पहुंचे व गलत इलाज करने का जवाब मांगा. आरोप है कि उस समय आरोपी डॉक्टर ने उसे अपने चेंबर से धक्का देकर निकाल दिया. इसके बाद कुछ दिनों से पूरे राज्य में चल रहे फरजी डॉक्टरों की धड़-पकड़ के बाद भोलानाथ स्थानीय निवासियों को लेकर राम शंकर के चेंबर पहुंचे व मेडिकल डिग्रियां दिखाने को कहा, लेकिन आरोपी डॉक्टर ने कुछ भी दिखाने से इनकार कर दिया. इसके बाद पीड़ित ने थाने में शिकायत दर्ज करायी. सोमवार दोपहर आरोपी को गिरफ्तार करते हुए उसके चेंबर को सील कर दिया है. मालूम रहे कि कुछ दिनों पहले ही बेंटरा थाना की पुलिस ने शुभेंदु भट्टाचार्य नामक एक फरजी डॉक्टर को गिरफ्तार किया था.
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हावड़ा से फिर एक फरजी डॉक्टर पकड़ा गया
हावड़ा: शुभेंदु भट्टाचार्य के बाद हावड़ा से एक आैर फरजी डॉक्टर को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी डॉक्टर का नाम राम शंकर सिंह है. बाउड़िया थाना की पुलिस ने एक मरीज की शिकायत पर आरोपी को गिरफ्तार किया है. यह जानकारी पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सुमित कुमार ने दी. उन्होंने बताया कि आरोपी डॉक्टर को सीआइडी […]
हावड़ा: शुभेंदु भट्टाचार्य के बाद हावड़ा से एक आैर फरजी डॉक्टर को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी डॉक्टर का नाम राम शंकर सिंह है. बाउड़िया थाना की पुलिस ने एक मरीज की शिकायत पर आरोपी को गिरफ्तार किया है. यह जानकारी पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सुमित कुमार ने दी. उन्होंने बताया कि आरोपी डॉक्टर को सीआइडी के हवाले कर दिया गया है. राम शंकर का बाउड़िया थाना अंतर्गत फोर्थ ग्लोस्टर इलाके में एक दवाई की दुकान में चेंबर था. उसके प्रेस्क्रिप्शन (दवाई देने की परची) पर एमबीबीएस व एमडी की डिग्रियां लिखी थीं. पुलिस ने उसके प्रेस्क्रिप्शन को भी जब्त किया है. हालांकि कुछ दिनों से स्थानीय लोगों को उस पर शक था.
एक मरीज की शिकायत पर पुलिस उसके चेंबर पहुंची व जांच पड़ताल की. वहां एक माध्यमिक सर्टिफिकेट के अलावा कुछ भी नहीं मिला है. पूछताछ में राम शंकर ने बताया कि वह होमियोपैथी का डॉक्टर है. पिछले वर्ष नवंबरमें स्थानीय भोलानाथ भंडारी की पत्नी वणश्री बीमार हुई थी. उसे तेज बुखार था. राम शंकर सिंह से पहले इलाज कराया गया, लेकिन बीमारी ठीक नहीं हुई. हालत बिगड़ने के बाद भोलानाथ पत्नी को लेकर मानिकतल्ला इएसआइ पहुंचे. वहां डॉक्टरों ने बताया कि इलाज पूरी तरह से गलत किया गया है.
और 15 फरजी डॉक्टरों पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार
कोलकाता. राज्य में फरजी डॉक्टरों की भरमार है. महानगर समेत राज्य के विभिन्न इलाकों से सीआइडी फरजी डॉक्टरों को गिरफ्तार कर रही है. महानगर में अब तक तीन बड़े निजी अस्पतालों से फरजी डॉक्टर हवालात पहुंच चुके हैं. सोमवार को हावड़ा से एक और फरजी चिकित्सक पकड़ा गया. अब सीआइडी की नजर 15 अन्य फरजी डॉक्टरों पर है, जिनकी गिरफ्तारी जल्द हो सकती है. ज्ञात हो कि सीआइडी ने हाल में 500 फरजी डॉक्टरों की सूची राज्य सरकार को सौंपी है. सूचीबद्ध डॉक्टरों पर 24 घंटे नजर रखी जा रही है. सीआइडी के अनुसार कुछ ऐसे भी लोग हैं जो फरजी डिग्री हासिल कर देश के दूसरे राज्यों में प्रैक्टिस कर रहे हैं. इन पर भी नजर रखी जा रही है. सीआइडी की नजर गरियाहाट और चौरंगी इलाके पर है. वेस्ट बंगाल मेडिकल काउंसिल के अनुसार सबसे अधिक फरजी डॉक्टर विभिन्न क्लिनिक में बैठते हैं. इस आधार पर जल्द ही सीआइडी क्लिनिकों में छापेमारी कर सकती है.
सिविल ड्रेस में रखी जा रही है नजर
सीआइडी एवं पुलिस अधिकारी सिविल ड्रेस में फरजी डॉक्टरों पर नजर रख रहे हैं. संदिग्ध डॉक्टर के खिलाफ पुख्ता सबूत मिलते ही कार्रवाई की जायेगी.
अस्पताल प्रबंधन से पूछताछ करेगी सीआइडी
अब तक महानगर स्थित रूबी जनरल हॉस्पिटल, बेलव्यू क्लिनिक एवं कोठारी अस्पताल से फरजी डॉक्टरों की गिरफ्तारी हुई है. साथ ही नॉर्थ बंगाल एवं हावड़ा से भी फरजी डॉक्टर पकड़े गये हैं. अब तक कुल आठ फरजी डॉक्टर गिरफ्तार किये गये हैं. जिन अस्पतालों से से फरजी चिकित्सक पकड़े गये हैं वहां के प्रबंधन से सीआइडी पूछताछ करेगी.
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