दुर्गापुर. कांकसा एवं बुदबुद थाने को दुर्गापुर महकमा अदालत से पृथक िकये जाने को लेकर शुक्रवार सुबह दुर्गापुर बार एसोसिएशन ने अदालत प्रांगण में सम्मेलन आयोिजत िकया. इसमें विधायक विश्वनाथ पाड़ियल, संतोष देवराय, मेयर अपूर्व मुखर्जी, उपमेयर अमिताभ बनर्जी, रानीगंज के िवधायक रुनु दत्ता एवं सभी वार्डों के पार्षद उपस्थित थे. विधायक संतोष देवराय ने कहा िक राज्य सरकार दुर्गापुर महकमा अदालत से कांकसा, बुदबुद, अंडाल एवं पांडेश्वर को अलग करने जा रही है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र देकर दुबारा इस िवषय पर िवचार करने का आग्रह िकया गया है. उन्होंने कहा जिला एवं महकमा प्रशासन ने बगैर िकसी के साथ विचार-विमर्श िकये एकाएक थानों को अलग करने का निर्णय ले िलया. शहरवासियों एवं अधिवक्ताओं के लिए यह अच्छा नहीं हुआ है.
वर्ष 1962 से दुर्गापुर महकमा अदालत में कुल आठ थाना के मामलों की सुनवाई होती आ रही है. चार थानों को पृथक िकये जाने से मात्र चार थाना ही इसके साथ रह जायेंगे. कांकसा, बुदबुद के िनवािसयों के िलये भी यह परेशानी का सबब बनेगा. उन्होंने कहा िक दुर्गापुर औद्योगिक शहर है. इस वर्ष अप्रैल महीने में दुर्गापुर-आसनसोल को लेकर नया िजला बनाने की घोषणा की गई है. अनेक महत्वपूर्ण विभाग को आसनसोल स्थानांतरित िकया जा रहा है.
दुर्गापुर को इन विभागों से वंचित होना पड़ेगा. इस विषय पर राज्य सरकार को दोबारा विचार विमर्श करने की जरूरत है. दुर्गापुर को कुछ विशेष विभाग मिलने चािहये. इससे शहर का सम्मान बरकरार रहेगा. रेनु दत्त ने कहा िक दुर्गापुरवािसयों के आंदोलन में वे भी शामिल है. मौके पर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष देबीदास बनर्जी, सचिव अनुपम मुखर्जी के साथ सैकड़ों की संख्या में अधिवक्ता मौजूद थे.