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बेहतर प्लानिंग से लाभ में आ गयी इसीएल

श्रमिकों की समस्याओं के निष्पादन के लिए यूनियनों से मांगा एक माह का समय 15 दिनों में मांग, मुद्दा जमा करेंगी यूनियनें, आगामी 15 दिनों के अंदर निष्पादन प्रबंधन प्रतिनिधियों के सकारात्मक रूख के कारण यूनियनों के दूर हुए गिले-शिकवे आसनसोल : इस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड (इसीएल) की कॉरपोरेट संयुक्त सलाहकार समिति की बैठक बुधवार को […]

श्रमिकों की समस्याओं के निष्पादन के लिए यूनियनों से मांगा एक माह का समय
15 दिनों में मांग, मुद्दा जमा करेंगी यूनियनें, आगामी 15 दिनों के अंदर निष्पादन
प्रबंधन प्रतिनिधियों के सकारात्मक रूख के कारण यूनियनों के दूर हुए गिले-शिकवे
आसनसोल : इस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड (इसीएल) की कॉरपोरेट संयुक्त सलाहकार समिति की बैठक बुधवार को कुनुस्तोड़िया क्षेत्रीय गेस्ट हाउस में हुयी, जिसमें कार्मिक निदेशक केएस पात्र ने श्रमिकों से संबंधित सभी मुद्दों का निष्पादन एक माह में करने का आश्वासन दिया. इसके साथ ही गैर बीएमएस जैक नेताओं के गिले-शिकवे भी दूर हो गये.
सनद रहे कि इन यूनियन नेताओं का आरोप था कि प्रबंधन श्रमिकों की समस्याओं पर उपेक्षापूर्ण नीति अपना रहा है. इसके खिलाफ कॉरपोरेट स्तरीय सभी द्विपक्षीय कमेटियों में शामिल यूनियन प्रतिनिधियों ने बीते 27 सितंबर को कंपनी मुख्यालय के समक्ष एकदिवसीय धरना भी दिया था.
बैठक में प्रबंधन प्रतिनिधि कार्मिक निदेशक श्री पात्र, वित्त निदेशक एएम मराठे, महाप्रबंधक (कार्मिक) आरके राउत, महाप्रबंधक (वित्त), चीफ ऑफ मेडिकल सर्विसेज (सीएमएस), कार्मिक प्रबंधक गौतम बनर्जी, कार्मिक प्रबंधक देवाशीष आचार्या, यूनियन प्रतिनिधियों में एटक के आरसी सिंह, प्रभात राय, एचएमएस के एसके पांडेय, नागेश्वर मोदी, इंटक के चंडी बनर्जी, आरपी शर्मा, सीटू के वंशगोपाल चौधरी, गोरांगो चटर्जी, बीएमएस के तापस घोष तथा यूटीयूसी के मधु बनर्जी उपस्थित थे.
बैठक के प्रारंभ में कार्मिक निदेशक श्री पात्र ने कंपनी के उत्पादन व उत्पादकता की चर्चा की. उन्होंने कहा कि कंपनी बेहतर प्रदर्शन कर रही है. योजना के अनुसार कार्य चल रहा है. बेहतर उत्पादन व उत्पादकता के कारण ही कंपनी ने लाभ अजिर्त करना शुरू कर दिया है.
उन्होंने कहा कि यूनियनों के सहयोग से कंपनी को और बेहतर स्थिति में ले जाया जा सकता है. इसके बाद यूनियन प्रतिनिधियों ने कर्मियों से संबंधित समस्याओं की चर्चा की. इनमें भूमि अधिग्रहण के समय ही भूमि मालिकों को नियोजित करने, नियत समय पर प्रोन्नति देने सहित विभिन्न मुद्दे शामिल थे. अधिसंख्य मामले नियोजन व रीसेटलमेंट से जुड़े थे.
ठेका श्रमिकों से जुड़े मुद्दे व कोयला चोरी का मुद्दा भी उठा.
प्रबंधन प्रतिनिधियों का नेतृत्व करते हुए कार्मिक निदेशक श्री पात्र ने कहा कि प्रबंधन कर्मियों की समस्याओं के प्रति पूरी तरह से गंभीर है. सभी यूनियन अपने स्तर से 15 दिनों के भीतर अपनी मांगों को प्रबंधन के पास जमा कर दें. इसके 15 दिनों के भीतर ही सभी मुद्दों की विवेचना कर उनका निष्पादन कर दिया जायेगा. उन्होने कहा कि एक माह के अंदर सभी संभव विवादों का निष्पादन कर दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि प्रबंधन के मन में यूनियन प्रतिनिधियों या श्रमिकों के लिए कोई उपेक्षा भाव नहीं है. सभी एक परिवार के सदस्य हैं. बैठक काफी सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न हुयी.
जैक संयोजक सह एटक नेता श्री सिंह व एचएमएस नेता श्री पांडेय ने कहा कि श्रमिकों की मांगों के मुद्दे पर प्रबंधन का रवैया काफी सकारात्मक रहा. मुद्दों के निष्पादन के लिए एक माह का समय प्रबंधन ने लिया है. यदि प्रबंधन ने अपने इस वायदे को पूरा किया तो कर्मियों की कई समस्याओं का समाधान हो जायेगा.
सीएमपीएफ ने निकाले दो जागरूकता रथ
कोयला कर्मियों के आधार कार्ड बनाने के लिए सोनपुर बाजारी में लगे कैंप
सभी कोयला कर्मियों के आधार कार्ड नंबर ही होंगे उनके सीएमपीएफ नंबर
आसनसोल. कोयला मंत्रलय के श्रमिक शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन केएल रेड्डी ने कहा कि कोयला खान भविष्य निधि नंबर के आधार कार्ड नंबर में बदल जाने से सर्वाधिक फायदा असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को होगा.
वे कोयला खान भविष्य निधि संगठन के क्षेत्रीय आयुक्त कार्यालय की पहल पर कुनुस्तोड़िया में आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे. मौके पर दो जागरूकता रथ को हरी झंड़ी दिखा कर रवाना किया गया. साथ ही सौनपुर बाजारी परियोजना में आधार कार्ड बनाने के लिए पहला शिविर लगाया गया. सीएमपीएफ के आयुक्त बालकृष्ण पांडा, इसीएल के कार्मिक निदेशक केएस पात्र, वित्त निदेशक एएम मराठे, कॉरपोरेट जेसीसी के यूनियन प्रतिनिधि तथा क्षेत्रीय आयुक्त मौजूद थे.
श्रमिक शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन श्री रेड्डी ने कहा कि कोयला खदान क्षेत्र में पीएफ को लेकर सर्वाधिक परेशानी असंगठित श्रमिकों तथा विभिन्न कोलियरियों व कोयला कंपनियों में स्थानान्तरित होनेवाले श्रमिकों को होती है. ठेका श्रमिकों को विभिन्न कंपनियों या ठेकेदारो के तहत कार्य करना पड़ता है. कंपनी या ठेकेदार बदलने से ही पीएफ राशि में गड़बड़ी होने लगती है. आधार नंबर के पीएफ नंबर में बदल जाने से उन्हें कोई परेशानी नहीं होगी.
वे किसी भी कंपनी के तहत कार्यरत रहे, उनका पीएफ राशि योगदान उनके नंबर में जमा होता रहेगा. उन्होंने कहा कि इसके लिए व्यापक जागरूकता की जरूरत है.
सीएमपीएफ आयुक्त श्री पांडा ने कहा कि इसके लिए व्यापक स्तर पर कार्य शुरू किया गया है. जागरूकता रथ निकालने के साथ-साथ कोलियरियों में आधार कार्ड बनाने के लिए शिविर भी लगाये जा रहे हैं.
सोनपुर बाजारी में बुधवार को शिविर लगाकर इसकी शुरूआत की गयी. शिविर में चार टीमें कार्ड बनाने का कार्य कर रही है. गुरुवार को पांडेश्वर में शिविर लगाया जायेगा. इसके साथ ही समारोह स्थल से दो जागरूकता रथ को रवाना किया गया.
इसीएल के कार्मिक निदेशक श्री पात्र ने कहा कि यह योजना काफी महत्वांकाक्षी है. लेकिन इसके लिए जमीनी स्तर पर काफी काम करना होगा. उन्होंने कहा कि इसीएल में 65 हजार से अधिक श्रमिक व कर्मचारी है. लेकिन इनमें से 19 हजार कर्मियों के पास ही आधार कार्ड है. एक कर्मी के परिवार से पांच सदस्य जुड़े है. एक मशीन एक दिन में अधिक से अधिक 40 कार्ड बना सकती है. इस स्थिति में इसीएल के सभी कर्मियों को आधार कार्ड बनाने के लिए पर्याप्त समय देना होगा. शिविरों की संख्या और समय में वृद्धि करनी होगी. उन्होंने यूनियन प्रतिनिधियों से भी सहयोग की अपील की.
समारोह में वित्त निदेशक एएम मराठे, महाप्रबंधक (कार्मिक) आरके राउत, महाप्रबंधक (वित्त), चीफ ऑफ मेडिकल सर्विसेज (सीएमएस), कार्मिक प्रबंधक गौतम बनर्जी, कार्मिक प्रबंधक देवाशीष आचार्या, यूनियन प्रतिनिधियों में एटक के आरसी सिंह, प्रभात राय, एचएमएस के एसके पांडेय, नागेश्वर मोदी, इंटक के चंडी बनर्जी, आरपी शर्मा, सीटू के वंशगोपाल चौधरी, गोरांगो चटर्जी, बीएमएस के तापस घोष तथा यूटीयूसी के मधु बनर्जी. सीएमपीएफ के डीओटी बीके राय, क्षेत्रीय आयुक्त राजू प्रसाद तथा कुनुस्तोड़िया क्षेत्र के महाप्रबंधक व अधिकारी शामिल थे.

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