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तीन सड़कों को घंटों किया जाम
आक्रोश. इलाके में गहराते जल संकट से परेशान महिलाओं ने की मोर्चाबंदी वातावरण व चुनावी सरगर्मी में बढ़ती तपीस के बीच जल संकट को लेकर निवासियों ने आंदोलन शुरू कर दिया है. वार्ड 80 अंतर्गत शांतिनगर के निवासियों ने सड़क जाम कर समस्या समाधान की मांग की. जन प्रतिनिधि नहीं पहुंचे. पुलिस अधिकारी ने त्रिपक्षीय […]
आक्रोश. इलाके में गहराते जल संकट से परेशान महिलाओं ने की मोर्चाबंदी
वातावरण व चुनावी सरगर्मी में बढ़ती तपीस के बीच जल संकट को लेकर निवासियों ने आंदोलन शुरू कर दिया है. वार्ड 80 अंतर्गत शांतिनगर के निवासियों ने सड़क जाम कर समस्या समाधान की मांग की. जन प्रतिनिधि नहीं पहुंचे. पुलिस अधिकारी ने त्रिपक्षीय वार्ता का आश्वासन देकर आंदोलन समाप्त कराया.
बर्नपुर : वार्ड संख्या 80 अंतर्गत शांतिनगर जोड़ा शिव मंदिर इलाके में व्याप्त जल संकट के समाधान के लिए महिलाओं ने पांच घंटों तक मुख्य सड़कों को जाम किया. मतदान के लिए घर-घर घूम रहे प्रत्याशियों में से कोई भी प्रत्याशी या राजनीतिक दल के प्रतिनिधि वहां नहीं पहुंचे.
पुलिस अधिकारी सुकांत दास के हस्तक्षेप के बाद आंदोलन समाप्त हुआ. मंगलवार को इस मुद्दे पर मेयर परिषद सदस्य (वाटर सप्लाई) के साथ इनकी बातचीत होगी. जल संकट से जूझ रहे निवासियों, खासकर महिलाएं सुबह ही शड़क पर उतार आयी. सबसे पहले उन्होंने विधानपल्ली से गुजरनेवाली सड़क को जाम कर दिया. आने जानेवालों की परेशानियां बढ़ गयी. लेकिन कोई भी जन प्रतिनिधि या प्रशासनिक अधिकारी नहीं आया. इसके बाद आंदोलनकारियों की नाराजगी बढ़ने लगी. नेतृत्व स्थानीय महिलाओं ने संभाल लिया.
उन्होंने पहले नेताजी रोड को और बाद में साव गली रोड को भी बंद कर दिया. सड़क पर बांस बांध दिये गये. इसकी सूचना स्थानीय तृणमूल पार्षद विनोद यादव को दी गयी. आंदोलनकारियों का आरोप है कि सूचना देने के बाद भी वे आंदोलन स्थल पर नहीं आये. नेतृत्व कर रही सुतोपा रायचौधरी,रानी महतो, रूपमणि महतो, जयमती चौधरी, ललिता देवी महतो, मनसा साहा आदि ने कहा कि इलाके में काफी समय से जल संकट बना हुआ है. जल सप्लाई के लिए पाइप बिछाये गये हैं तथा सार्वजनिक नल भी लगाये गये हैं.
लेकिन इन नलों में पानी की सप्लाई या तो होती ही नही ं है या फिर इतनी कम होती है कि दो-चार बाल्टी पानी लेने के बाद ही नल बंद हो जाते हैं. इस कारण पहले पानी लेने के मुद्दे पर निवासियों खासकर महिलाओं के बीच विवाद व झगड़ा होता रहता है.
उन्होंने कहा कि इसके पहले भी इस समस्या से नगर निगम अधिकारियों व पार्षदों को इससे अवगत कराया गया था. लेकिन इसका कोई समाधा न नहीं हुआ था. नगर निगम चुनाव के समय पार्षद विनोद यादव ने कहा थी कि चुनाव जीतने के एक माह के अंदर समस्या का स्थायी समाधान कर दिया जायेगा. लेकिन उनकी जीत के बाद भी समस्या बनी हुयी है. उन्होंने कहा कि विवशता में सड़क जाम करने का निर्णय लेना पड़ा है.
यदि समस्या का समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन अधिक तेज किया जायेगा. सूचना मिलने के बाद हीरापुर थाना पुलिस टीम आयी. उन्होंने आंदोलन समाप्त करने का आग्रह किया. लेकिन आंदोलनकारी महिलाओं ने उनकी बात नहीं मानी. कुछ समय बाद पुलिस अधिकारी श्री दास वहां पहुंचे तथा आंदोलनकारियों को सड़क से हटाया. उन्होंने कहा कि पहले आंदोलनकारी मेयर परिषद सदस्य के ना म से शिकायत करें. इसके बाद मंगलवार को त्रिपक्षीय बैठक में इस समस्या के समाधान पर चर्चा की जायेगी. इस संबंध में स्थानीय पार्षद श्री यादव ने कहा कि उन्हें इस आंदोलन की कोई सूचना नहीं दी गयी थी. उन्हें इस समस्या से भी अवगत नहीं कराया गया है.
अगर इलाके में जल संकट है तो उसका स्थायी समाधान विधानसभा चुनाव समाप्त होते ही किया जायेगा. आचार संहिता के कारण तत्काल समाधान संभव नहीं है. वैकल्पिक व्यवस्था की जायेगी.
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