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बर्नपुर में नहीं निकलेगा महावीरी अखाड़ा
दुर्भाग्यजनक. 23 को मिली मौखिक अनुमति वापस ले ली हीरापुर थानेदार ने बर्नपुर : पुलिस-प्रशासन के स्तर से आगामी 23 अक्तूबर को महावीरी अखाड़ा निकालने की अनुमति नहीं मिलने के बाद शिव स्थान (सेंट्रल) महावीर दल अखाड़ा ने बर्नपुर शहर में इस वर्ष महावीर अखाड़ा न निकालने का निर्णय लिया है. इस आशय की घोषणा […]
दुर्भाग्यजनक. 23 को मिली मौखिक अनुमति वापस ले ली हीरापुर थानेदार ने
बर्नपुर : पुलिस-प्रशासन के स्तर से आगामी 23 अक्तूबर को महावीरी अखाड़ा निकालने की अनुमति नहीं मिलने के बाद शिव स्थान (सेंट्रल) महावीर दल अखाड़ा ने बर्नपुर शहर में इस वर्ष महावीर अखाड़ा न निकालने का निर्णय लिया है. इस आशय की घोषणा सोमवार को अखाड़ा पदाधिकारियों ने मीडियाकर्मियों के समक्ष की.
अखाड़ा के कार्यकारी अध्यक्ष हरजीत सिंह, महासचिव गौरीशंकर सिंह समेत 14 अखाड़ा कमेटी के प्रतिनिधि मौजूद थे.कार्यकारी अध्यक्ष श्री सिंह ने बताया कि नवमी की रात तथा विजया दशमी के दिन महावीर अखाड़ा निकाला जाता है. लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि इस वर्ष प्रशासन ने 21 तथा 22 अक्तूबर को अखाड़ा निकालने की अनुमति देकर उसी दिन अखाड़ा निकालने का दबाव बनाया जा रहा है. विजया दशमी का अखाड़ा 23 अक्तूबर को निकालने के लिये अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (वेस्ट), सर्किल इंस्पेक्टर (सीआइ) तथा हीरापुर थाना प्रभारी से मुलाकात कर अपील की गयी थी.
23 अक्तूबर को अखाड़ा निकालने की मौखिक अनुमति भी मिल गयी थी. अचानक थाना प्रभारी का तबादला कर दिया गया. उनके स्थान पर आये नये थाना प्रभारी ने राज्य सरकार के स्तर से जारी सर्कुलर के अनुसार ही अखाड़ा निकालने की अनुमति की जानकारी दी. पुलिस अधिकारियों के बदलते इस निर्णय के बाद रविवार की शाम सभी अखाड़ा कमेटियों के प्रतिनिधियों की संयुक्त बैठक की गयी थी. जिसमें अखाड़ा तथा प्रतिमा विसजर्न के मुद्दे पर पुलिस -प्रशासन के रवैये की चर्चा की गयी.
प्रशासन द्वारा विसजर्न व अखाड़ा निकालने को लेकर अलग- अलग तिथि में अनुमति दिये जाने के कारण तिथि के अनुसार अखाड़ा व विसजर्न किये जाने पर बर्नपुर की पंरपरा तथा शोभा समाप्त हो जायेगी. जिसके बाद अखाड़ा कमेटियों द्वारा बैठक कर तय किया गया कि प्रशासन द्वारा नवमी की रात के अखाड़ा के लिये 22 अक्तूबर तथा विजया दशमी के अखाड़ा के लिये 23 अक्तूबर के लिये अनुमति नहीं दिये पर इस वर्ष बर्नपुर में अखाड़ा नहीं निकाला जायेगा. प्रशासन इस पर पुनर्विचार कर बीच का रास्ता निकाले. जिसमें अखाड़ा कमेटी एकजुट होकर प्रशासन का सहयोग करेंगे.
महासचिव श्री सिंह ने बताया कि बर्नपुर में महावीर दल अखाड़ा का 75 वर्षो का गौरवशाली इतिहास रहा है. लेकिन प्रशासन द्वारा 23 अक्तूबर को अखाड़ा निकालने की अनुमति नहीं दिये पर पहली बार बर्नपुर में अखाड़ा नहीं निकाला जायेगा. जो काफी दुर्भाग्यपूर्ण है.
विधि-व्यवस्था के अनुसार ही पूजा-पाठ किया जायेगा. महावीर दल अखाड़ा द्वारा परंपरा के अनुसार अतिथियों को सम्मानित करने के लिये पगड़ी वितरण किया जायेगा. बर्नपुर में 14 अखाड़ा कमेटियों का प्रतिनिधित्व करने वाला शिव स्थान (सेंट्रल) महाबीर दल अखाड़ा किसी राजनीतिक दल तथा धार्मिक संगठन से नहीं जुड़ा है. सेंट्रल अखाड़ा दल में हिंदू-मुसलिम समाज के लोग जुड़े हैं. जो एक साथ मिल कर त्योहार मनाते हैं.
इस दौरान 14 महावीर दल अखाड़ा में महावीर दल अखाड़ा, शांतिनगर के सचिव बालेश्वर यादव, बर्नपुर डेली मार्केट महावीर दल अखाड़ा के मिंटू अंसारी, भारत जय जवान संघ, शांतिनगर के डोमन यादव, शांतिनगर हरिजन मंदिर की सुनीता देवी, गोवर्धन स्थान महावीर दल अखाड़ा के राम नारायण चौबे, चौबे नगर महावीर दल अखाड़ा के हृदय चौबे, पूर्वाचल राजस्थान अखाड़ा के उमाशंकर सिंह, धर्मपुर महावीर दल अखाड़ा के सियाराम शुक्ला, लाला लाजपत राय महावीर दल अखाड़ा के हीरालाल यादव, पंचायत महावीर दल अखाड़ा के बबन सिंह, हीरापुर दक्षिण पाड़ा महावीर दल अखाड़ा के श्यामल बाउरी, घुसका पाड़ा महावीर अखाड़ा के सपन ओरांग, नरसिंहबांध महावीर दल अखाड़ा के प्रभुनाथ रविदास आदि उपस्थित थे.
23 को ही होगा दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन
शिव स्थान मंदिर कमेटी के सचिव ओम प्रकाश सिंह ने बताया कि प्रशासन द्वारा 23 अक्तूबर को महावीर अखाड़ा तथा प्रतिमा विसजर्न की अनुमति नहीं देना काफी दुर्भाग्यपूर्ण है. लेकिन परपंरा के अनुसार ही शिव स्थान मंदिर कमेटी द्वारा धूमधाम के बजाय बिना कोई जुलूस निकाले 23 अक्तूबर की सुबह प्रतिमा का विसजर्न किया जायेगा. अनुमति नहीं मिलने के कारण श्रद्धालुओं तथा अखाड़ा कमेटियों में निराशा का माहौल है.
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