आसनसोल : आसनसोल संसदीय क्षेत्र में 16,14,917 मतदाता विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के 10 प्रत्याशियों के किस्मत का फैसला सोमवार को करेंगे. सभी बूथों पर सुरक्षा की पूरी व्यवस्था की गई है. मतदान के लिए धदका पोलिटेक्निक कॉलेज परिसर तथा उषाग्राम व्यॉयज हाई स्कूल (एचएस) परिसर में बने वितरण सह प्राप्ति केंद्र (डीसीआरसी) से रविवार को पूरे दिन ईवीएम, वीवीपीटीए तथा अन्य चुनाव सामग्रियों के साथ मतदान टीमों को रवानगी दी गई.
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मतदान सामग्रियां लेकर सभी बूथों पर पहुंचीं मतदान पार्टियां
आसनसोल : आसनसोल संसदीय क्षेत्र में 16,14,917 मतदाता विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के 10 प्रत्याशियों के किस्मत का फैसला सोमवार को करेंगे. सभी बूथों पर सुरक्षा की पूरी व्यवस्था की गई है. मतदान के लिए धदका पोलिटेक्निक कॉलेज परिसर तथा उषाग्राम व्यॉयज हाई स्कूल (एचएस) परिसर में बने वितरण सह प्राप्ति केंद्र (डीसीआरसी) से रविवार को […]
देर संध्या तक सभी चुनाव पार्टियां अपने-अपने बूथों पर पहुंच गई. इस दौरान कोई बड़ी घटना नहीं हुई. आसनसोल नॉर्थ, कुल्टी और बाराबनी विधानसभा क्षेत्रों के लिए पोलिटेक्निक कॉलेज परिसर में बने डीसीआरसी सेंटर से पोलिंग पार्टियों को मतदान सामग्रियां वितरित की गयीं.
तीन विधानसभा क्षेत्रों के लिए अलग-अलग शिविर बनाये गये थे. पोलिंग पार्टियों के लिए शिविर में सुविधा केंद्र काउंटर, वीडियो एवं सीसीटीवी कैमरा वितरण काउंटर, माइक्रो ऑब्जर्वर काउंटर, सहायता एवं ईवीएम डेमो केंद्र, पोलिंग पार्टियों के लिए मोबाईल रजिस्ट्रेशन केंद्र, पूछताछ केंद्र एवं इवीएम वितरण काउंटर बनाये गये थे.
शिविर में अधिकारियों ने सीसीटीवी कैमरे वितरित किये. सहायता केंद्र में अधिकारियों ने तीन डेमो सेट के जरिये पोलिंग पार्टियों को मतदान प्रक्रिया की पूरी जानकारी दी. कंट्रोल यूनिट, बैलट यूनिट और वीवीपीएटी की कार्य प्रणाली के बारे में पूरी जानकारी दी.
उन्होंने पोलिंग पार्टियों को कंट्रोल यूनिट, बैलट यूनिट को एक्टिवेट करने की प्रक्रिया की जानकारी देते हुए कहा कि इस बार अलग तरह की मशीन वीवीपीएटी को जोड़ा गया है. इसके जरिये वोटर सुनिश्चित कर सकेंगे कि उन्होंने जिस उम्मीदवार के पक्ष में मतदान किया है, उसे ही वोट मिला है. मोबाइल रजिस्ट्रेशन केंद्र पर पीठासीन अधिकारी एवं पोलिंग पार्टियों का निबंधन किया गया.
रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया के लिए दो काउंटरों पर चार अधिकारी सक्रिय रहे. पूछताछ केंद्र पर पोलिंग पार्टियों को जानकारियां दी गयीं. पोलिंग पार्टियों के लिए सहायता केंद्र, मेडिकल कैंप और पुलिस के बैठने के लिए अलग से शिविर बनाये गये थे. मेडिकल कैँप में रक्तचाप, मधुमेह की जांच की गयी. कैंप पर कई तरह की दवा भी उपलब्ध थीं.
उषाग्राम व्यॉयज हाई स्कूल (एचएस) डीसीआरसी केंद्र में जामुडिया विधान सभा तथा आसनसोल दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के लिये पीठासीन अधिकारी तथा निर्वाचन अधिकारियों को चुनाव सामग्री दी गयी. रिजर्ब मेटेरियल, मतदान केन्द्र के लिये इलेक्शन ड्यूटी सर्टिफिकेट (ईडीसी), ईवीएम सुविधा केन्द्र, वीडियो कैमरा सीसीटीवी, नेजिरियल एंड लॉजिस्टिक, टैगिंग मोबाईल नंबर, नजरत सेल एंड लॉजिस्टिक सेंटर आदि मतदान सामग्री के लिये काउंटर बनाये गये थे.
जामुडिया विधानसभा क्षेत्र के 246 बूथों के लिये 13 काउंटर तथा आसनसोल दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के 289 बूतों के लिये 15 काउंटर बनाये गये थे. निर्वाचन विभाग के प्रशिक्षण की कॉपी दिखाने के पश्चात् निर्वाचन अधिकारियो ने सामग्री ली. पीठासीन अधिकारियो के साथ निर्वाचन अधिकारियों ने समस्त सामग्रियों का मिलान किया.
सेंटर में आरक्षित पीठासीन अधिकारी, प्रथम श्रेणी निर्वाचन अधिकारी, द्वितीय श्रेणी के निर्वाचन अधिकारी, तृतीय श्रेणी के निर्वाचन अधिकारियो को मतदान कराने की स्वीकृति पत्र सौंपा गया. एआरओ अनुज चक्रवर्ती ने बताया कि डीसीआरसी ने मतदान सामग्री वितरित की गई. डीसीआरसी सेंटर में निर्वाचन अधिकारियो की सुविधाओ के लिये निर्वाचन सेल की ओर से पीने के पानी, खाने की व्यवस्था की गयी थी.
रिजर्व पोलिंग कर्मी हुआ अस्वस्थ
धदका पोलिटेक्निक कॉलेज परिसर में मतदान सामग्री लेने पहुंचे रिजर्व पोलिंग पार्टी के सदस्य मलय शंकर रॉय (58) की तबियत अचानक बिगड़ गयी. वहां उपस्थित अन्य कर्मियों के सहयोग से उन्हें मेडिकल कैंप ले जाया गया और उन्हें दवा दी गयी. मेडिकल कैंप के अधिकारियों ने कहा कि उनकी जांच की गयी. जांच में उनका मधुमेह स्तर काफी बढा पाया गया. उन्हें कुछ दवा दी गयी और आराम करने की सलाह दी गयी.
सुविधाओं की कमी का रोना रोया कर्मियों ने
पोलिटेक्निक कॉलेज परिसर में चुनाव सामग्री लेने पहुंचे पोलिंग पार्टियों ने शिविरों में बुनियादी व्यवस्था न होने की बात कही. पोलिंग पार्टियों ने कहा कि आसनसोल उत्तर, कुल्टी एवं बाराबनी विधानसभा के लिए धदका में बनाये गये शिविर में पेयजल, टिफिन के समुचित इंतजाम नहीं किये गये थे. सामग्री लेने के लिए कई प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ा, जिसमें काफी समय लगा. भीषण गर्मी के कारण पोलिंग कर्मियों का गला सूख गया.
परंतु पानी की समुचित व्यवस्था न होने के कारण उन्हें परेशानी उठानी पड़ी. उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए सरकार के स्तर से पोलिंग पार्टियों का 2250 रूपये भुगतान किये जाते हैँ. परंतु अभी तक अधिसंख्यक पोलिंग पार्टियों को राशि का भुगतान नहीं किया गया है. पहचान पत्र, पता और बैँक खाते की कॉपी जमा करने को कहा गया.
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