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केंद्र, राज्य सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन
आसनसोल : केंद्र और राज्य सरकारों की श्रमिक और किसान विरोधी नीतियों का विरोध सहित नौ सूत्री मांगों के समर्थन में गुरुवार को सीटू और सारा भारत कृषक सभा ने आसनसोल में जेल भरो आंदोलन किया. आसनसोल कारागार के समक्ष पुलिस बैरिकेट को तोड़कर गिरफ्तारी दी. पुलिस अधिकारियों ने उनकी गिरफ्तारी तथा साथ ही रिहाई […]
आसनसोल : केंद्र और राज्य सरकारों की श्रमिक और किसान विरोधी नीतियों का विरोध सहित नौ सूत्री मांगों के समर्थन में गुरुवार को सीटू और सारा भारत कृषक सभा ने आसनसोल में जेल भरो आंदोलन किया. आसनसोल कारागार के समक्ष पुलिस बैरिकेट को तोड़कर गिरफ्तारी दी. पुलिस अधिकारियों ने उनकी गिरफ्तारी तथा साथ ही रिहाई की घोषणा की. इसके पहले पूर्व शताब्दी पार्क से जुलूस निकाला गया. पुलिस ने उसे जेल के पास रोक दिया.
माकपा के जिला सचिव सह पूर्व विधायक गौरांग चटर्जी, सीटू के जिला सचिव सह पूर्व सांसद बंशगोपाल चौधरी, अध्यक्ष विनय कृष्ण चक्रबर्ती, कृषक सभा के जिला सचिव वीरेश मंडल, माकपा जिला सचिव मंडली के सदस्य पार्थ मुखर्जी आदि ने नेतृत्व किया.
माकपा जिला सचिव श्री चटर्जी ने कहा कि खाद्य व पेट्रोलियम पदार्थों की मूल्य बृद्धि रोकने, सभी को रोजगार देने, दो रुपये प्रति किलो चावल वितरण सुनिश्चित करने, सभी को सरकारी राशन की सामग्री उपलब्ध कराने व सभी को राशन का डिजिटल कार्ड मुहैया कराने, गरीब किसान व कृषि श्रमिक का कर्ज माफ करने, हर प्रकार के श्रमिकों का मासिक आय न्यूनतम 18 हजार रुपया करने, खेती पर सबसिडी हटाने आदि के विरोध में पूरे देश में गुरुवार को जेल भरो आंदोलन चलाया गया. आसनसोल में 15 हजार कार्यकर्ताओं नेगिरफ्तारी दी.
एसएफआई नेता राहुल मंडल रैली में बैरिकेट तोड़ने के क्रम में पुलिस के साथ हुई धक्का-मुक्की में घायल हो गये. उन्हें तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया. उनके पैर में पांच टांके लगे. जुलूस को रोकने के लिए पुलिस ने जिला लाइब्रेरी के पास बेरीकेट लगाया था. कर्मियों ने उसे तोड़ दिया. दूसरा बैरिकेट आसनसोल कारागार के समक्ष था. यहां दोनों पक्षों के बीच काफी देर तक धक्का-मुक्की होती रही. इसी दौरान पुलिस अधिकारी ने उनकी गिरफ्तारी की घोषणा कर दी.
आंदोलन के कारण बीएनआर मोड़ से कोर्ट जाने के रास्ते पर नो इंट्री कर दिया गया था. किसी भी वाहन को इन सड़कों से कोर्ट तक जाने नहीं दिया गया. सुरक्षा के लिए विभिन्न थानों से पुलिस अधिकारियों की तैनाती की गई थी. डीसीपी (ईस्ट) अभिषेक मोदी, डीसीपी (ट्रैफिक) पुष्पा, डीसीपी (एसबी) कुमार गौतम, एडीसीपी (सेंट्रल) सायक दास के साथ-साथ कई वरीय अधिकारी मौजूद थे. महकमाशासक कार्यालय में भारी संख्या में रैफ और कॉम्बैट फोर्स के जवानों को रिज़र्व रखा गया था.कृषक सभा जिला कमेटी ने अतिरिक्त जिलाशासक (जेनरल) अरिंदम राय को ज्ञापन सौंपा. प्रियब्रत सरकार, आजादी प्रसाद, काजल बाउरी शिष्टमंडल में शामिल थे.
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