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इलाज में लापरवाही का आरोप : अस्पताल में हंगामा, तोड़फोड़, अस्पताल प्रबंधन, चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई की मांग
दुर्गापुर : दुर्गापुर विधाननगर स्थित एक निजी अस्पताल में शनिवार को परिजनों ने चिकित्सा में लपरवाही का आरोप लगाते हुये हंगामा मचाया एवं अस्पताल में तोड़फोड़ की. खबर पाकर दुर्गापुर थाना के पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति को शांत कराया. जानकारी के अनुसार बेनाचिती सालबागान निवासी इंद्र मालिक (31) को तीन जुलाई को […]
दुर्गापुर : दुर्गापुर विधाननगर स्थित एक निजी अस्पताल में शनिवार को परिजनों ने चिकित्सा में लपरवाही का आरोप लगाते हुये हंगामा मचाया एवं अस्पताल में तोड़फोड़ की. खबर पाकर दुर्गापुर थाना के पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति को शांत कराया.
जानकारी के अनुसार बेनाचिती सालबागान निवासी इंद्र मालिक (31) को तीन जुलाई को किडनी संबंधी समस्या को लेकर भर्ती कराया गया था.
मरीज की हालत शनिवार को खराब होने पर उसे वेंटिलेशन में रेफर कर दिया गया था. वेंटिलेसन में रखे जाने की खबर मिलते ही मरीज के परिजनों ने अस्पताल परिसर में आकर चिकित्सा में लापरवाही का आरोप लगाते हुये चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर तोड़फोड़ शुरू कर दी. साथ ही अस्पताल के चार कर्मचारियों के साथ धक्का-मुक्की की.
चारों कर्मचारी घायल हो गये. खबर पाकर डीसी इस्ट अभिषेक मोदी, एसीपी विमल कुमार मंडल, सीआई चंद्रनाथ चक्रवर्ती ने स्थिति को नियंत्रण करते हुए मरीज के परिवार वालों को समझा-बुझा कर शांत कराया. मरीज के पति तपन मालिक ने बताया कि उनकी पत्नी का इलाज अस्पताल के डाॅ अाशिफ अली डेढ वषों से कर रहे थे. तबीयत खराब होने के कारण इस माह की तीन तारीख को डाॅ अली की देखरेख में भर्ती कराया गया था. किडनी में तकलीफ होने का इलाज चल रहा था.
शुक्रवार को चिकित्सक ने मरीज को डायलिसिस करने के लिए बात कहीं. रात को डायलिसिस होने के बाद उनकी पत्नी ठीक ठाक थी. सुबह के समय में उनकी पत्नी ने कहा कि वह डायलिसिस नहीं करायेगी. कुछ देर के बाद उनकी पत्नी को वेंटिलेसन में चिकित्सक ने डाल कर परिजनों को खबर दी. उन्होंने बताया कि काफी प्रयासों के बाद उन्हें पत्नी से मिलने दिया जा रहा है. पत्नी से मिलने के बाद वह सिर्फ एक ही बात कहती है कि वह अब और नहीं बचेगी. इसके बाद आंखें बंद कर लेती हैं.
उन्होंने बताया कि चिकित्सक की लापरवाही के कारण ही उनकी पत्नी की स्थिति बिगड़ी है. पुुलिस प्रशासन अस्पताल प्रबंधन और चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई करें ताकि हर मरीज को बेहतर स्वास्थ्य परिसेवा मिल सके. उन्होंने बताया कि अब तक अस्पताल को डेढ़ लाख रूपये का भुगतान कर चुके हैं.
इस संदर्भ में अस्पताल के चिकित्सक डॉक्टर पार्थ पाल ने बताया कि मरीज की स्थिति नाजुक है. इलाज में कोई लापरवाही नहीं बरती गयी है. इलाज ठीक से चल रहा है. मरीज के परिजनों ने उत्तेजित होकर बिना सोचे समझे अस्पताल में तोड़फोड़ की है. इसमे महिला समेत तीन कर्मचारी जख्मी हुये हैं. समाचार लिखे जाने तक कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई थी.
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