Advertisement
कृष्णेंदू सहित तीन के खिलाफ प्राथमिकी
पुलिस आयुक्त के नेतृत्व में कमीश्नरेट पुलिस ने पिछले कई महीनों से अपराधियों के खिलाफ संगठित अभियान शुरू किया है. इस बार सेल-आइएसपी को केंद्र कर होनेवाली रंगदारी वसूली को केंद्र किया गया है. पुलिस कार्रवाई से ऐसे तत्व भूमिगत हो गये हैं. आसनसोल. जिला मुख्यालय आसनसोल खासकर सेल- इस्को स्टील प्लांट (आइएसपी) से जुड़े […]
पुलिस आयुक्त के नेतृत्व में कमीश्नरेट पुलिस ने पिछले कई महीनों से अपराधियों के खिलाफ संगठित अभियान शुरू किया है. इस बार सेल-आइएसपी को केंद्र कर होनेवाली रंगदारी वसूली को केंद्र किया गया है. पुलिस कार्रवाई से ऐसे तत्व भूमिगत हो गये हैं.
आसनसोल. जिला मुख्यालय आसनसोल खासकर सेल- इस्को स्टील प्लांट (आइएसपी) से जुड़े इलाकों में रंगदारी तथा आतंक का माहौल समाप्त करने के लिए पुलिस आयुक्त लक्ष्मी नारायण मीणा के निर्देश पर कमीश्नरेट पुलिस ने सघन अभियान शुरू किया. इस संबंध में विभिन्न संगठनों के साथ जुड़े तथा इलाके के दबंग कृष्णोन्दू मुखर्जी तथा उनके दो सहयोगियों के खिलाफ रंगदारी की प्राथमिकी दर्ज की गयी है. पुलिस ने इन तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी अभियान शुरू किया है. रंगदारी के व्यवसाय से जुड़े विभिन्न युवकों के घरों में छापेमारी शुरू की गयी है. पुलिस आयुक्त ने कहा कि शीघ्र ही ऐसे तत्वों को जेल के सींकचों के पीछे डाल दिया जायेगा.
पुलिस सूत्रों के अनुसार स्थानीय न्यू टाउन निवासी रिभू बोस ने मंगलवार की रात हीरापुर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी. प्राथमिकी में कृष्णोन्दू मुकर्जी के साथ उसके सहयोगी हरि यादव उर्फ हरिया, कौशिक गुप्ता उर्फ काला कौशिक को भी नामजद करने के साथ मामले में अन्य को भी आरोपी बनाया गया है. पुलिस ने शिकायत के आधार पर आईपीसी की धारा 384, 385, 386 तथा 25/27, 35 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है.
जिसके आधार पर कृष्णोन्दू और उसके सहयोगियों के गिरफ्तारी के लिए मंगलवार रात को ही हीरापुर थाना पुलिस ने डॉली लॉज के पास स्थित कृष्णोन्दू के आवास सहित अन्य जगहों पर में छापेमारी की.
किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई. बुधवार को भी विभिन्न शहरों में स्थित उनके ठिकानों पर छापेमारी की गयी है. पुलिस के अनुसार आईएसपी बर्नपुर में निजी कंपनी को दो हजार टन स्क्र ैप का डीओ मिला था. कंपनी ने स्क्रैप लिफ्टिंग का कार्य स्थानीय युवक को दिया था. आरोप है कि जब लिफ्टर डीओ का माल उठाने गया तो कृष्णोन्दू और उसके सहयोगियों ने उसके रंगदारी की मांग की. रंगदारी न देने पर माल नहीं उठने देने की उसे धमकी दी गयी. उक्त कंपनी ने इस विवाद में न उलझकर अपना लिफ्टर बदल दिया. पूरे मामले की शिकायत सेल चेयरमैन से की गयी. चेयरमैन ने इसपर आईएसपी के सीईओ और सीआईएसएफ के डीआइजी से रिपोर्ट मांगी. रिपोर्ट में जानकारी दी गयी कि मामला कारखाने के बाहर का है. जिसके उपरांत यह मामला पुलिस आयुक्त के पास आया. उन्होंने कहा कि इसके साथ ही हार्ड कोक तथा स्लैग की नीलामी में भी रंगदारी वसूली जा रही है. आइएसपी के विभिन्न गेटों पर भी रंगदारी वसूलनेवाले सदस्य सक्रिय रहते हैं. इनके खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है.
प्राथमिकी दर्ज, शीघ्र होगी गिरफ्तारी : पुिलस आयुक्त
पुलिस आयुक्त श्री मीणा ने कहा कि रंगदारी की शिकायत दर्ज की गयी है. जिसके आधार पर पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार करने में जुट गई है. रंगदारी को किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. रंगदारी के धंधे को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए पुलिस की सक्रि यता बढ़ा दी गयी है. रंगदारी की किसी प्रकार की सूचना पर पुलिस त्वरित कार्यवाई करेगी.
हीरापुर थाना पुलिस ने बुधवार को अपने क्षेत्न के विभिन्न इलाकों में माकिंग कर लोगों से अपील की कि यदि किसी प्रकार का कोई भी अपराध उनके इलाके में हो रहा है तो उसकी सूचना तत्काल पुलिस अधिकारी को दे.
कोई यदि किसी को रंगदारी के लिए धमकी दे रहा है या किसी प्रकार से परेशान कर रहा है तो इसकी जानकारी पुलिस को दे. सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जायेगा. इलाके में पुलिस सक्रि य है यह जानकारी लोगों तक पहुंचाने के उद्देश्य से पुलिस ने यह माइकिंग की गयी. पुलिस आम जनता के मनोबल को बढ़ा कर रंगदारी वसूलनेवालों का मनोबल तोड़ना चाहती है. उसका मकसद रंगदारों के आतंक को समाप्त करना है. तािक व्यवसायियांे तथा उद्योगपितयांे को बेहतर माहौल मिलें.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement