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बाराबनी में मिड डे मील के बोरों को बेचकर 15 हजार की आय

रूपनारायणपुर : ‘बूंद बूंद से गागर भरता है’- कहावत को पूर्ण रूप से चरितार्थ करते हुए राज्य सरकार ने मिड डे मील के चावल का बोरा बेचकर सालाना 42.82 लाख रु पया राजस्व में लाने का लक्ष्य रखा है. जिसके तहत सभी प्रखंडों को चावल के बोरे संग्रह कर निविदा के जरिये बेचने का निर्देश […]

रूपनारायणपुर : ‘बूंद बूंद से गागर भरता है’- कहावत को पूर्ण रूप से चरितार्थ करते हुए राज्य सरकार ने मिड डे मील के चावल का बोरा बेचकर सालाना 42.82 लाख रु पया राजस्व में लाने का लक्ष्य रखा है. जिसके तहत सभी प्रखंडों को चावल के बोरे संग्रह कर निविदा के जरिये बेचने का निर्देश राज्य के प्राइमरी स्कूल शिक्षा विभाग में मिड डे मील प्रोजेक्ट निदेशक ने जारी किया.
हालांकि यह निर्देश 27 मई 2013 को जारी हुआ था, लेकिन पश्चिम बर्दवान जिले में 23 जुलाई 2017 को इस आदेश के आधार पर जिला प्रशासन ने सभी प्रखंडों को निर्देश जारी किया. बाराबनी प्रखण्ड ने अगस्त माह में बोरे बेचकर 15,522 रु पये संग्रह किया.
सरकारी स्कूल में पढने वाले कक्षा आठ तक के छात्नों को मिड डे मील का भोजन दिया जाता है. जिसके लिए चावल सरकार मुहैया कराती है. यह चावल पाट के बोरे में आता था. बोरा स्कूल की संपत्ति हो जाता था.
कुछ स्कूलों में जहां बैठने की बेंच की व्यवस्था नहीं ह,ै वहां यह बोरे बच्चों के बैठने के काम आता था. अधिकांश स्कूलों में यह बोरा का कोई हिसाब नहीं रहता था. वर्ष 2013 में राज्य के तत्कालीन प्रिंसिपल अकाउंट्स सेक्र ेटरी (प्रमुख लेखा सचिव) ने इस बोरे को लेकर हिसाब निकास कर 42.48 लाख रु पया राजस्व में आने का एक आंकडा सरकार के समक्ष पेश किया. जिसमें प्रति बोरे की कीमत छह रु पया आंका गया था.
प्रमुख लेखा सचिव के इस आंकडे के आधार पर सरकार ने बोरा बेचने का आदेश जारी किया. जिसके आधार पर पिछले माह से सभी प्रखंडों के लिए एक नया कार्य बढ़ गया. स्कूल के शिक्षकों की भी जिम्मेदारी बढ गयी है. यह बोरा सरकारी संपत्ति हो गया है. खो जाने पर इसका जवाब सभी को देना होगा.
बाराबनी प्रखण्ड ने दिया शत प्रतिशत वर्तन: मिड डे मील का खाना पाने वाले छात्नों के लिए सबसे बड़ी समस्या प्रतिदिन घर से खाने के लिए थाली गिलास आदि लाना पड़ता था. राज्य सरकार ने छात्नों की इस समस्या को देखते हुए सभी प्रखंडों को उनके क्षेत्न अंतर्गत मिड डे मील पाने वाले छात्नों को थाली और गिलास मुहैया कराने के लिए फंड आवंटन किया.
मई 2017 को पश्चिम बर्दवान जिले के सभी प्रखंडों को फंड आवंटन किया गया. बाराबनी के बीडीओ डॉ अनिमेष कांति मन्ना ने बताया कि उनके क्षेत्न में कुल 144 स्कूलों में मिड डे मील चलता है. छात्नों की संख्या के आधार पर वर्तन के लिए 12 लाख रु पया आवंटन हुआ. फंड का उपयोग करते हुए सभी स्कूलों के सभी छात्नों वर्तन आवंटन कर दिया गया है.

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