कोलकाता: सफल परीक्षण के बाद अत्याधुनिक आर्टिलरी गन ‘धनुष’ अब भारतीय सेना में शामिल होने के लिए तैयार है. वर्ष के अंत तक इसे भारतीय सेना को सौंप दिया जायेगा. सेना को सौंपने के लिए कई अन्य अत्याधुनिक हथियार का भी सफल परीक्षण सिक्किम में किया गया है. दो महीने में राजस्थान में अंतिम परीक्षण के बाद इस पर अंतिम निर्णय लिया जायेगा.
मंगलवार को आयुध निर्माणी दिवस की 213 वर्षपूर्ति के अवसर पर आयुध निर्माणी बोर्ड के अध्यक्ष व आयुध निर्माणियां के महानिदेशक एमसी बंसल ने महानगर में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा : तकनीक में बदलाव करते हुए भारतीय नौसेना, थल सेना व वायु सेना के लिए अत्याधुनिक हथियार उपलब्ध कराने की उनकी कोशिश लगातार जारी है. इसके लिए विभाग का रिसर्च व डेवलपमेंट विभाग और भी ज्यादा प्रयोग करने में जुटा है.
मौजूदा समय में भारत में स्वनिर्मित अत्याधुनिक आर्टिलरी गन धनुष इसका सबसे बड़ा उदाहरण है. इसके पहले भारतीय सेना में इस्तेमाल होने वाली गन बोफोर्स की मारक क्षमता 27 किलोमीटर थी, जबकि धनुष की क्षमता 38 किलोमीटर है. मांग के मुताबिक जल्द मल्टी बैरेल विपन सिस्टम रॉकेट पिनाका को भी बनाने की तैयारी चल रही है. कार्यक्रम के बाद विभाग द्वारा टाउन हॉल में एक रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें विभाग के सभी वर्ग के अधिकारी व कर्मी मौजूद थे.