सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी से सटे न्यू जलपाईगुड़ी (एनजेपी) के अलावा और भी विभिन्न इलाकों के कब्रिस्तानों से अचानक गायब हो रहे नर कंकाल खोपड़ी और अस्थियां के मद्देनजर शुक्रवार को मुस्लिम समाज एकजुट हुआ. आस्था के नाम पर कब्र खोदकर खोपड़ी और अस्थियां गायब करने के इस खेल पर सभी ने आपत्ति जतायी. साथ ही इस मामले में शासन-प्रशासन द्वारा कोई कार्रवायी न किये जाने पर लोगों ने शहर के एयरव्यू मोड़ एवं फूलबाड़ी का राष्ट्रीय राजमार्ग कुछ समय के लिए जाम कर दिया .
इसके अलावा काला बैच लगाकर शहर में शांति जुलूस भी निकाला गया. यह शांति जुलूस एयरव्यू मोड़ से शुरू हुआ जो हावड़ा पेट्रोल पंप, बर्दमान रोड, झंकार मोड़ होते हुए करबला मैदान में पहुंचकर समाप्त हुआ. इस शांति जुलूस की अगुवायी धर्मगुरू उलेमाओं ने की. इस बाबत दार्जिलिंग जिला तणमूल कांग्रेस के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष मोहम्मद रफिकुल इस्लाम उर्फ तापस का कहना है कि बीते कुछ रोज से जिस तरह कब्रों से हमारे पूर्वजों की अस्थियां गायब हो रही है यह उचित नहीं है. आरोपी चाहे कोई भी हो शासन-प्रशासन को इस मामले में सख्त कार्रवायी करनी चाहिए. इसी मकसद से आज शहर में शांति जुलूस निकला है. शांति जुलूस में समाज के विभिन्न धार्मिक, सामाजिक व राजनैतिक संगठनों के प्रतिनिधि के अलावा बुद्धिस्ठ व क्रिश्चयन समाज से भी भारी तादाद में लोग शामिल हुए. विदित हो कि कल यानी गुरूवार को एनजेपी थाना में इलाके ममता पाड़ा के दो कब्र से एक महिला और एक बच्चे की खोपड़ी के साथ अस्थियां गायब होने की बात सामने आयी थी. दूसरी ओर अचानक शहर में आयोजित हुए इस विशाल जुलूस को लेकर शासन-प्रशासन में खलबली मच गयी.
सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस को सुरक्षा के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. सुरक्षा का खास बंदोबस्त भी करना पड़ा. एयरव्यू मोड़ से लेकर करबला मैदान तक भारी पुलिस बल की तैनाती करनी पड़ी.इसबीच,जुलूस में शामिल कुछ लोगों पर दो पत्रकारों के साथ मारपीट करने का भी आरोप लगा है. दोनों पत्रकार तस्वीर ले रहे थे. उसी से कुछ युवक भड़क गए और दोनों की पिटायी कर दी. इस मामले में पत्रकारों ने सिलीगुड़ी थाने में लिखित शिकायत भी दर्ज करायी है.