मालदा. टेंडर पेपर को लेकर तृणमूल के दो गुटों के बीच जमकर गोली और बम चले. देखते-देखते वामनगोला थाने की महेशपुर-गोविंदपुर ग्राम पंचायत का इलाका रणक्षेत्र बन गया. इस हमले में छह लोग घायल हुए हैं. उनका इलाज मालदा मेडिकल कॉलेज और मोदीपुकुर ग्रामीण अस्पताल में चल रहा है.
क्या है घटना : बुधवार दोपहर को सौ दिन रोजगार योजना के काम के लिए टेंडर पेपर वितरित होना था. टेंडर पेपर लेने को लेकर उप प्रधान बबलू सरकार और उनके दल-बल का स्थानीय तृणमूल अंचल अध्यक्ष मानिक महतो और उनके समर्थकों से संघर्ष शुरू हो गया. दोपहर बाद से लेकर रात तक दोनों गुटों के बीच रह-रहकर बम और गोली की लड़ाई होती रही.
पुलिस और ब्लॉक प्रशासन सूत्रों ने बताया कि 15 काम के लिए 43 लाख रुपये का टेंडर होना था. यह काम कौन करायेगा, इसे लेकर बबलू सरकार और मानिक महतो गुट के बीच भिड़ंत हो गयी. टेंडर पेपर नहीं मिलने पर मानिक महतो और उनका दल-बल भड़क उठा. पहले कहा-सुनी हुई और फिर हिंसक संघर्ष शुरू हो गया. आरोप है कि बबलू सरकार गुट ने पहले गोली और बम चलाना शुरू किया. इसके बाद पूरा इलाका गरमा उठा. मानिक महतो के गुट ने जवाबी हमला बोला. ग्राम पंचायत ऑफिस से करीब 100 मीटर की दूरी पर स्थित तृणमूल पार्टी ऑफिस में जमकर तोड़फोड़ की गयी. वहां रखे टीवी और कुरसी-टेबल आदि तोड़ दिये गये. ऑफिस की टिन की छत भी बदमाशों ने फाड़ दी. ऑफिस के बाहर मौजूद आठ मोटरसाइकिलों, दो साइकिलों और एक भुटभुटी में भी तोड़फोड़ की गयी.
तृणमूल अंचल अध्यक्ष मानिक महतो ने कहा कि उप प्रधान बबलू सरकार एक साल पहले पार्टी में आये और अब मनमानी कर रहे हैं. पार्टी को अंधेर में रखकर वह पूरा काम कर रहे हैं. इससे पार्टी के एक हिस्से के लोग नाराज हैं. बुधवार की घटना इसी का नतीजा है. दूसरी तरफ उप प्रधान बबलू सरकार ने कहा कि अंचल अध्यक्ष जबरन पंचायत का काम अपने हाथ में लेना चाहते हैं. वे जबरन टेंडर पेपर ले गये और हम पर हमला भी किया.
उधर, जैसे ही दोनों गुटों में संघर्ष शुरू हुआ, इलाके के लोग अपने घरों में दुबक गये. दुकानें आदि बंद हो गयीं. घटना में घायल हुए छह लोगों में तृणमूल अंचल अध्यक्ष मानिक महतो के समर्थक बिजोन सरकार (36), बलाई चौधरी (45), रामायण चौधरी (40), टुटू सरकार(45) और भालू महतो (40) शामिल हैं. एक अन्य व्यक्ति बम लगने से गंभीर रूप से घायल हुआ है. बुधवार रात को ही मालदा मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने उसे कोलकाता रेफर कर दिया. घटना को लेकर दोनों पक्षों ने वामनगोला थाने में लिखित शिकायत दर्ज करायी है. थाने के ओसी पीयूष कांति घोष ने बताया कि पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है. महेशपुर-गोविंदपुर ग्राम पंचायत इलाके में पुलिस पिकेट बैठा दी गयी है. वहीं बामनगोला के बीडीओ समीर कुमार दे ने बताया कि जिला प्रशासन के निर्देश पर फिलहाल टेंडर स्थगित कर दिया गया है. तृणमूल के दो गुटों के बीच हिंसक संघर्ष के बारे में पूछे जाने पर पार्टी के जिला अध्यक्ष मोअज्जम हुसैन ने कहा कि गोली-बम चलानेवालों के साथ उनकी पार्टी नहीं है. पुलिस अधीक्षक ने मुझे फोन किया था. उनको मैंने घटना की पूरी जानकारी दी है. पुलिस को कानून के मुताबिक कार्रवाई करने को कहा गया है.