शुक्रवार को जलपाईगुड़ी शहर के बाबूपाड़ा में आरोपी पुलिस अधिकारी और उनकी पत्नी ममता बर्मन ने शिकायतकर्ता महिला को जबरन फ्लैट से बाहर कर दिया. शुक्रवार को उसने कोतवाली महिला थाने में लिखित शिकायत दर्ज करायी. इसके बाद महिला पुलिस ने उसकी डॉक्टरी जांच करायी. जिले के एसपी अमिताभ माइती ने बताया कि पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
शिकायतकर्ता महिला का घर जलपाईगुड़ी के राजगंज थाने के शिकारपुर चाय बागान में है. उसके पिता बागान से सेवानिवृत्त चाय श्रमिक हैं. घर में मां, एक भाई और एक बहन भी हैं. उसने बताया कि करीब डेढ़ साल पहले उसके भाई के खिलाफ वधू के उत्पीड़न का मामला दायर हुआ था. इस मामले में जांच अधिकारी धीरेंद्रनाथ बर्मन थे. मामले को बीच-बचाव कर निपटा देने का आश्वासन देकर धीरेंद्रनाथ बर्मन ने शिकारपुर स्थित हमारे घर आना-जाना शुरू किया. राजगंज थाने में वह एएसआइ पद पर थे और राजगंज में किराये के मकान में रहते थे. वह इस मकान में मुझे भी बीच-बीच में लाने लगे. इस तरह हम लोगों के बीच प्रेम संबंध कायम हुआ. इसके बाद धीरेंद्रनाथ बर्मन शादी का आश्वासन देकर शारीरिक संबंध बनाने लगे. उनकी पत्नी को भी इस बारे में खबर थी, पर वह चुप रहती थीं. राजगंज वाले घर में कई बार अपनी पत्नी की मौजूदगी में भी धीरेंद्रनाथ ने मेरे साथ संबंध बनाया.
बीते एक महीने से धीरेंद्रनाथ जलपाईगुड़ी शहर के बाबूपाड़ा में एक फ्लैट भाड़े पर लेकर अपनी पत्नी के साथ रहने लगे. गत 25 जनवरी को मुझे गर्भपात के लिए दवा खिलायी. इसके बाद मेरी तबीयत खराब हो गयी. 29 जनवरी को वह मुझे जलपाईगुड़ी के फ्लैट में ले आये. गत 3 फरवरी को एक नर्सिंग होम में मेरा इलाज कराया गया और उसके बाद गर्भपात कराया गया. इसके बाद मेरे शादी करने का दबाव देने पर मुझे धीरेंद्रनाथ और उनकी पत्नी मारने-पीटने लगे. शुक्रवार को मेरे मोबाइल का सिम खोल लिया गया और मुझे फ्लैट से बाहर निकाल दिया गया. दूसरी तरफ, एएसआइ धीरेंद्रनाथ ने इस मामले में ज्यादा कुछ नहीं बोला, लेकिन मामले को झूठा बताया.