विधानसभा में विपक्ष के नेता सूर्यकांत मिश्र ने लगाया गंभीर आरोप
तृणमूल में भी आवाज उठानेवालों को दबाने की हो रही कोशिश
कोलकाता : विधानसभा में विपक्ष के नेता सूर्यकांत मिश्र ने ब्रिगेड की सभा से राज्य सरकार के खिलाफ चाजर्शीट पेश किया. श्री मिश्र ने कहा कि यह सरकार कर्ज लेने के सभी रिकॉर्ड तोड़ चुकी है. यह निरंकुश है. किसी को बख्शा नहीं जा रहा. सभी पर हमले हो रहे हैं. ये हमले केवल वामदलों पर नहीं, बल्कि तृणमूल के भीतर भी आवाज उठाने वालों पर हो रहे हैं.
कुणाल घोष के संबंध में संकेत देते हुए उनका कहना था कि शहीद दिवस के मौके पर तृणमूल की सभा में माइक पर घोषणा करने वाले आज हवालात में हैं. राज्य सरकार को जनविरोधी करार देते हुए उनका कहना था कि तृणमूल सरकार महिला विरोधी, शिशु विरोधी व विकास विरोधी है.
सरकार हो चुकी है दिवालिया
राज्य सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि वाम मोरचा के इतने वर्षो के शासनकाल में कभी भी सरकार पर कालिख नहीं लगी थी. लेकिन आज ऐसा नहीं है. सरकार को दिवालिया करार देते हुए उनका कहना था कि 34 वर्षो के शासन के बाद जब वाम मोरचा ने सत्ता छोड़ी, तब राज्य सरकार पर 1.92 लाख करोड़ रुपये का कर्ज था. यानी 34 वर्षो में इतना ही कर्ज लिया गया था. लेकिन तृणमूल कांग्रेस की सरकार ने दो वर्ष आठ महीने में ही 55 हजार करोड़ रुपये का कर्ज ले लिया है.
कर्ज लेनेवाली राज्य सरकारों में तृणमूल सरकार पहले स्थान पर है. वाम मोरचा सरकार अपने समय में 13वें स्थान पर थी. बावजूद इसके राज्य सरकार उत्सवों पर खर्च कर रही है. एक के बाद एक उत्सव. वर्ष में 60 उत्सव. यानी सप्ताह में एक उत्सव. लेकिन सरकार को याद रखना चाहिए कि राज्य का बजट किसी की पैतृक संपत्ति नहीं है. एक दिन सरकार के कामों का मूल्यांकन भी होगा.