सिलीगुड़ी/कोलकाता: जलपाईगुड़ी के पहाड़पुर में गुरुवार की शाम सात बजे हुए बम धमाके के बाद से ही पूरे उत्तर बंगाल में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया. साथ ही सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. बीएसएफ व एसएसबी को सतर्क रहने के निर्देश दिये गये हैं. वहीं, सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नरेट इलाके में रात से ही सघन तलाशी अभियान चलाकर पुलिसकर्मी जांच में जुट गये हैं.
उत्तर बंगाल के आइजी शशिकांत पुजारी ने कहा कि पूरे उत्तर बंगाल में सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. हर जिले के एसपी को सर्तक करने के निर्देश दिये गये हैं. हर भीड़-भाड़वाले स्थलों की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. जलपाईगुड़ी में सुरक्षा कड़ी की गयी है. नेपाल, भूटान व बांग्लादेश से सटी भारतीय सीमा को सील कर दिया गया है. रेलवे स्टेशनों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है. मालदा सहित उत्तर बंगाल के अन्य जिलों में भी वाहनों की तलाशी ली जा रही है. सुरक्षा में कोई कसर नहीं छोड़ी गयी है. वहीं, सिलीगुड़ी के एसीपी अभिषेक गुप्ता ने बताया कि जलपाईगुड़ी बम धमाके के बाद से ही शहर में तलाशी अभियान तेज कर दी गयी है. आइओसी, एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशनों, मॉलों में भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था है.
बैग से मचा हड़कंप
दूसरी ओर, जलपाईगुड़ी दो नंबर गुमटी के पास शुक्रवार की शाम को सीआइडी के बम स्कवायड द्वारा जांच के दौरान एक बैग बरामद होने से हड़कंप मच गया. सीआइडी सूत्रों से मुताबिक बरामद बैग को देख कर बम स्कवायड की टीम बैग में उसमें बम होने की आशंका व्यक्त कर रही है. उक्त जगह पर रोशनी की व्यवस्था नहीं होने से सीआइडी की टीम बैग की जांच फिलहाल नहीं कर पा रही है. कल सुबह इसकी जांच होगी. इस घटना में अभी तक पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं लगा है.
इस बीच, जलपाईगुड़ी में हुए धमाके के बारे में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने उत्तर बंगाल के महानिरीक्षक से एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह विस्फोट सुरक्षा या खुफिया स्तर पर असफलता के कारण तो नहीं हुआ.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि फॉरेंसिक दल जलपाईगुड़ी पहुंचे और वे यह पता लगायेंगे कि धमाकों में किस प्रकार के विस्फोटकों का इस्तेमाल किया गया. पुलिस उप अधीक्षक पर्वत चक्रवर्ती ने कहा : फॉरेंसिक दल विस्फोटक स्थल का दौरा कर यह पता लगायेंगे कि विस्फोट के लिए किस प्रकार के विस्फोटकों का इस्तेमाल किया गया. एक हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है.
गौरतलब है कि उत्तर बंगाल में जलपाईगुडी कसबे के पास बाजरापाड़ा में कल एक चलती साइकिल में रखे बम में हुए विस्फोट में पांच व्यक्तियों की मौत हो गयी थे और नौ अन्य घायल हो गये थे. घायलों को जलपाईगुड़ी सदर अस्पताल में भरती कराया गया है और दो लोगों को उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्तपाल के लिए रेफर किया गया है. अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि कुछ घायलों की हालत गंभीर है.
सभी पहलुओं की कर रहे जांच : अनुज शर्मा
महानिरीक्षक (कानून एवं व्यवस्था) अनुज शर्मा से जब यह पूछा गया कि क्या इस विस्फोट के पीछे कामतापुर लिबरेशन आर्गेनाइजेशन (केएलओ) या किसी आतंकवादी संगठन का हाथ है, तो उन्होंने सीधा जवाब नहीं देते हुए कहा : हम सभी पहलुओं की जांच कर रहे हैं. उत्तर बंगाल के महानिरीक्षक शशिकांत पुजारी ने कहा : 26 दिसंबर को कामातपुर लिबरेशन आर्गेनाइजेशन (केएलओ) का शहीद दिवस था और 28 दिसंबर को इसका स्थापना दिवस है, इसलिए उन पर संदेह है. हम इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या यह हमला था या कोई व्यक्ति साइकिल पर विस्फोटकों को रखकर ले जा रहा था, जिनमें दुर्घटनावश विस्फोट हो गया.
केएलओ का इनकार
केएलओ ने जलपाईगुड़ी में हुए बम विस्फोट में अपना हाथ होने से इनकार किया है. केएलओ ने शुक्रवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि पुलिस ने केएलओ पर विस्फोट के लिए जो संदेह जताया है, वह उसकी निंदा करता है. संगठन इस विस्फोट से किसी तरह से नहीं जुड़ा हुआ है. केएलओ के महासिचव कैलाश कोच ने विज्ञप्ति में बताया है कि राज्य पुलिस केएलओ को बदनाम करने के लिए ही उसे दोषी ठहरा रही है. केएलओ का इस विस्फोट से कोई लेना-देना नहीं है. दूसरी ओर राज्य खुफिया पुलिस इस घटना के लिए केएलओ पर ही संदेह जता रही है.