कोलकाता: गुजरात में विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा के निर्माण के जरिये भाजपा देश भर में एकता का संदेश दे रही है. वर्तमान में विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा ‘स्टैचू ऑफ लिबर्टी’ है. वह 93 मीटर ऊंची है, उससे सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति लगभग दोगुनी यानी 182 मीटर ऊंची बन रही है.
इसे स्टैचू ऑफ यूनिटी का नाम दिया जा रहा है. झारखंड के वरिष्ठ भाजपा नेता व सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति के निर्माण के लिए बनी भाजपा की आठ सदस्यीय राष्ट्रीय कमेटी के सदस्य व क्षेत्रीय प्रभारी सरयू राय ने यह जानकारी दी. मूर्ति निर्माण के लिए प्रदेश भाजपा की कार्यशाला में हिस्सा लेने पहुंचे श्री राय ने बताया कि देश के सभी 565 जिलों और गांवों से मिट्टी व लोहे के टुकड़े इकट्ठे किये जा रहे हैं.
इसके अलावा सभी मुखिया व सरपंच की तसवीरों को भी हासिल किया जा रहा है. गुजरात में सरदार सरोवर के पास बननेवाली 182 मीटर ऊंची सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति में लोहे के इन टुकड़ों का इस्तेमाल किया जायेगा. इसके अलावा इकट्ठा की गयी मिट्टी का कुछ हिस्सा मूर्ति की नींव में इस्तेमाल किया जायेगा और बाकी बची मिट्टी करीब में बननेवाले म्यूजियम में रखी जायेगी. देश भर के सरपंच व मुखिया की तसवीरों का कोलाज बना कर उसे भारत के नक्शे में समेटा जायेगा.
उदाहरण के तौर पर यदि कोई बंगाल के नाम पर क्लिक करता है, तो उसे बंगाल के सभी सरपंच-मुखिया की तसवीरें दिखेंगी और उसे यह भी पता चल सकेगा कि मूर्ति बनाने के लिए क्या उपाय वहां से किया गया था. श्री राय ने बताया कि सरदार पटेल के जीवन के तीन प्रमुख पहलू थे. वह एक किसान नेता थे, उन्हें लौह पुरुष कहा जाता था और आजादी के बाद देश को एकजुट करने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा. मूर्ति निर्माण प्रक्रिया के जरिये इन तीनों पहलुओं के सार को भी ध्यान में रखा जा रहा है. सोमवार को कार्यशाला में मिट्टी और लोहा इकट्ठा करने के लिए जरूरी कदमों की जानकारी भाजपा कार्यकर्ताओं व नेताओं को दी गयी.