कोलकाता: आर्मी के पोशाक में गांजा सप्लाई करनेवाले एक बड़े गिरोह के चार सदस्यों को कोलकाता पुलिस के नारकोटिक्स विभाग की टीम ने गिरफ्तार किया है. आरोपियों के नाम रोकोवी शुकजू (33), टोकुघा अवोमी (33), अकरम अली (36) और चंद्रेश्वर साहनी (28) बताये गये हैं.
संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) पल्लव कांति घोष ने बताया कि गिरफ्तारी के समय सभी असम राइफल्स आर्मी के पोशाक पहने हुए थे. चंद्रेश्वर और अकरम बिहार के मोतीहारी जिले के रहनेवाले हैं. इनके पास से पुलिस ने 130 किलो असम का उच्च क्वालिटी का गांजा जब्त किया है, जो ये चार ट्रॉली बैग में भर कर लाये थे.
इसके अलावा आर्मी का कोई परिचय पत्र इनके पास से नहीं मिला है. बड़ाबाजार के पोस्ता इलाके में गांजा की सप्लाई करने ये काजीरंगा एक्सप्रेस से हावड़ा पहुंचे थे. हावड़ा ब्रिज पार करके बड़ाबाजार की तरफ जा रहे थे. तभी गुप्त जानकारी के आधार पर कोलकाता पुलिस के गुप्तचर विभाग की नारकोटिक्स शाखा की टीम ने हावड़ा ब्रिज के पास से इन्हें दबोच लिया. सभी आरोपियों को गुरुवार को बैंकशॉल कोर्ट में पेश किया जायेगा.
कैसे करते थे गांजा की सप्लाई : पल्लव के मुताबिक प्राथमिक पूछताछ में चारों ने पुलिस को बताया कि वे सभी असम के दीमापुर के रहने वाले हैं. सभी खुद को असम राइफल्स का जवान बता कर धड़ल्ले से आर्मी के पोशाक पहन कर इस धंधे को धड़ल्ले से कर रहे थे. शारीरिक तौर पर ये आर्मी जवान के तरह ही खुद को ढाल रखे थे. हर समय किसी भी बड़े गांजा की सप्लाई का ऑर्डर मिलने के पहले ये लोग आर्मी का पोशाक पहन कर ट्रेन के रास्ते आर्मी के डिब्बे में सफर करते थे. जिससे बिना जांच के ये अपना माल देश के किसी भी कोने में बिना जांच के बेरोकटोक ले जाया करते थे.
गिरोह के सदस्य की तलाश जारी : पल्लव ने बताया कि चारों बड़ाबाजार के पोस्ता इलाके में जिसे सारा गांजा देने आये थे उस युवक की तलाश जारी है. घटना की जानकारी के बाद से वह फरार है. बिहार के मोतीहारी जिले के दोनों युवक अकरम और चंद्रेश्वर इस गिरोह में कैसे शामिल हुए और उनका क्या रोल था. इस बारे में उनसे भी पूछताछ की जा रहा है. इस गिरोह के कुछ और सदस्य नागालैंड के रहनेवाले हैं.