कार्सियांग: गोरखालैंड आंदोलन को लेकर ठप पहाड़ में लौटी शांति के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को पहाड़वासियों से अमन-चैन बनाये रखने की अपील की, ताकि पहाड़ का तेजी से विकास सुनिश्चित किया जा सके.
लेप्चा विकास परिषद की ओर से आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि पहाड़ी क्षेत्र में विकास प्रक्रिया में बाधा के लिए वह दुखी हैं. उनकी सरकार पहाड़ के साथ पूरे राज्य के विकास के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने जोर देकर कहा कि पहाड़ में पर्यटन के विकास के लिए शांति व सहयोग जरूरी है. पर्यटन यहां के आय का मुख्य स्नेत है. बड़ी संख्या में यदि पर्यटक यहां आयेंगे तो यहां के आर्थिक हालात पूरी तरह से बदल जायेंगे. पहाड़ में विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि पहाड़ में सड़क, बिजली व आधारभूत संरचना के विकास के लिए सरकार ने बजट राशि को बढ़ाया है. उन्होंने कहा कि बिजली के लिए सरकार ने 103 करोड़ रुपये मंजूर किये हैं. नेशनल हाईवे के लिए 29 करोड़ रुपये दिये गये हैं. पहाड़ में 300 मेगावाट का हाइडेल पावर प्लांट लगने जा रहा है. पिछले दो वर्षो में 35 नये स्कूल स्थापित किये गये हैं. दो नये कालेजों का निर्माण होगा. इसमें पेडोंग में कॉलेज के लिए पहले ही घोषणा की जा चुकी है.
आज दार्जिलिंग में सभा
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री पांच दिवसीय दौरे पर उत्तर बंगाल पहुंची हैं. गुरुवार को वह दार्जिलिंग में चौरास्ता पर पार्टी के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगी. वहां पर वह एक जनसभा को संबोधित करेंगी. 25 अक्तूबर को जीटीए की बैठक करेंगी. उस दौरान गोरखा जनमुक्ति मोरचा (गोजमुमो) नेताओं से उनकी मुलाकात होगी. हालांकि विमल गुरुंग इस बैठक में हिस्सा लेंगे कि नहीं, यह अभी तक साफ नहीं है. बैठक में उनकी पार्टी के विधायक व अन्य नेता हिस्सा ले सकते हैं.