दार्जीलिंग : दार्जीलिंग की पहाड़ियों में गोरखा जनमुक्ति मोर्चा द्वारा लगाए गए दो दिवसीय ‘जनता कर्फ्यू’ के पहले दिन सड़कों पर कोई वाहन न चलने और बाजारों के बंद रहने से जनजीवन प्रभावित रहा. हालांकि पिछले कुछ दिनों की तरह दार्जीलिंग की सड़कों पर धरने प्रदर्शन नहीं हुए.
पुलिस सूत्रों ने कहा कि गोरखा मुक्ति मोर्चा के 30 और कार्यकर्ताओं को कल रात पुलिस के विशेष अभियान में गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस अधीक्षक कुणाल अग्रवाल के कार्यालय के अनुसार, इन गिरफ्तार लोगों में जीजेएम की केंद्रीय समिति के सदस्य अशोक लामा भी शामिल थे.
अपने रुख में नरमी लाते हुए जीजेएम ने कहा है कि वह जीटीए के नए कार्यकारी प्रमुख के चुनावों में भाग लेगा. इससे पहले उसने कहा था कि निकाय के सभी सदस्य इस्तीफा देंगे. कल जीटीए सभा प्रमुख और मोर्चा केंद्रीय समिति के सदस्य भूपेंद्र प्रधान ने कहा कि वे जीटीए के नए कार्यकारी प्रमुख के चुनाव के लिए 16 अगस्त को जीटीए सभा की बैठक बुलाने के लिए जीटीए प्रमुख सचिव आर डी मीणा को पत्र लिखेंगे.
जीजेएम के अध्यक्ष बिमल गुरंग ने पृथक राज्य के लिए आंदोलन शुरु होने से पहले 30 जुलाई को जीटीए के कार्यकारी प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया था. कल जीजेएम प्रवक्ता हरका बहादुर छेत्री ने कहा था कि जीटीए में शामिल सभी जीजेएम के सभी सदस्य ‘सही समय’ पर इस्तीफा दे देंगे.