कोलकाता: सिर्फ 14 वर्ष की उम्र में तस्करों के हाथों तीसरी बार बिकते समय एक किशोरी को रिहा कराया गया. दुर्बार महिला समिति और कोलकाता पुलिस के इम्मोरल ट्रैफिकिंग विभाग के संयुक्त अभियान से बुधवार रात यह सफलता मिली. संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) पल्लव कांति घोष ने बताया कि पीड़ित किशोरी बांग्लादेश के मइनाक जिले के फुलपुर गांव की रहने वाली है. लोक लुभावना लालच दिखा कर सुमी नामक एक महिला तस्कर ने उसे डेढ़ वर्ष पहले भुवनेश्वर के रहनेवाले शंकर मालिशाही के हाथों बेच दिया था. वहां कुछ दिन तक उसके जिस्म का सौदा करने के बाद शंकर ने उसे पश्चिम मेदिनीपुर के रहनेवाले अन्य तस्कर मनोज बेरा के पास बेच दिया.
किशोरी को खरीदने के बाद उसका सौदा करने के लिए शंकर वहां से उसे उत्तर कोलकाता के सोनागाछी इलाके में ले आया. वहां 20 और 25 हजार के बीच उसकी बोली लग रही थी, इसी बीच इसकी जानकारी सोनागाछी इलाके के दुर्बार महिला समिति के सदस्यों को हो गयी. इसके बाद इसकी जानकारी कोलकाता पुलिस के इम्मोरल ट्रैफिकिंग विभाग को दी गयी. जिसके बाद किशोरी को तस्करों के हाथों से रिहा कराया गया. पल्लव ने बताया कि इस घटना में सुबीर जाना और मनोज बेरा को गिरफ्तार कर लिया गया है. जबकि मुख्य तस्कर शंकर मालीशाही और बांग्लादेशी तस्कर सुमीर की तलाश जारी है.
ज्ञात हो कि इसके पहले भी पोर्ट इलाके के मुंशीगंज बाजार से एक युवती किसी तरह भाग कर वहां से वाटगंज थाने आ पहुंची थी. उसे भी ओड़िशा से लाकर यहां बेचे जाने की शिकायत की थी. जिसके बाद पुलिस ने उसे एक निजी होम में भेज दिया था.