गुवाहाटी : असम पुलिस ने दावा किया है कि दो अक्तूबर को हुए बर्दवान विस्फोट में मुख्य आरोपी शाहनूर आलम की संलिप्तता साबित हुई है और जमात उल मुजाहिद्दीन बांग्लादेश से उसके जुडे होने का भी सत्यापन हुआ है जिसने पश्चिम बंगाल में अपना नेटवर्क स्थापित किया हुआ है.
विशेष शाखा के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक पल्लब भट्टाचार्य ने यहां बताया, पूछताछ के दौरान बर्दवान मामले में शाहनूर की संलिप्तता सामने आयी है. वह आतंकवादी समूह जमात उल मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (जेएमबी) के संपर्क में था. उन्होंने कहा, वह जेएमबी में शामिल होने के लिए प्रेरित हुआ.
उसने सूचना दी कि चूंकि जेएमबी बांग्लादेश सरकार के खिलाफ काम कर रहा है इसलिए संगठन काफी दबाव में है और पश्चिम बंगाल में शरण लेने के प्रयास में है. वहां इसका नेटवर्क है. यह पूछने पर कि क्या शाहनूर ने नेटवर्क या असम में जेएमबी नेताओं की उपस्थिति के बारे में सूचना दी है तो अधिकारी ने कहा, हमारा मानना है कि असम में जेएमबी का ऑपरेशन महत्वपूर्ण नहीं है.
उनमें जो लोग यहां थे वे फरार हैं और हम उनकी तलाश में हैं. असम में स्थिति गंभीर नहीं है. एडीजीपी ने कहा कि जेएमबी नेताओं ने प्रयास किया कि प्रभावशाली युवक संगठन में शामिल हों. शाहनूर को हथियारों के संचालन में सैन्य प्रशिक्षण नहीं दिया गया बल्कि वह प्रेरणास्पद प्रशिक्षण देने में वह विशेषज्ञ है.
एडीजीपी ने कहा, शाहनूर का प्रशिक्षण जेएमबी के लिए युवकों को प्रेरित करने को लेकर है. हमारी रणनीति शाहनूर की कट्टरता कम करने पर है. बर्दवान विस्फोट के मुख्य आरोपी शाहनूर आलम को असम पुलिस की विशेष अभियान इकाई ने पांच दिसंबर को नलबाड़ी जिले में उसके रिश्तेदार के घर से गिरफ्तार किया और यहां की स्थानीय अदालत ने उसे 14 दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा है. उस पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने पांच लाख रुपये का इनाम घोषित किया था.
एडीजीपी ने कहा कि असम में अभी तक आलम, उसकी पत्नी सुजेना बेगम और भाई जकारिया अली सहित दस लोगों को बर्दवान विस्फोट के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है.