कोलकाता: अपने ही फ्लैट से किरायदारों द्वारा बाहर निकाल देने की घटना के बाद दो मां-बेटी मुख्यमंत्री के दरबार जा पहुंची. पीड़ित महिला का नाम मधुमिता बोथरा (55) है, जबकि उसकी बेटी का नाम लिपि बोथरा (22) है.
बुधवार दोपहर को वह न्याय की आस में मुख्यमंत्री के आवास स्थल पर पहुंची थी. वहां पुलिस द्वारा उन्हें मिलने नहीं देने के बाद वह जतिन दास पार्क इलाके में सड़क पर धरने पर बैठ गयीं. पीड़िता का आरोप है कि 2000 में उनके पति ने नेताजी नगर इलाके के गांधी कॉलोनी में दो कमरे का एक फ्लैट लिया था. कुछ दिनों में पति की मौत के बाद 2006 में इस फ्लैट को उन्होंने दो विभाग में बांट कर एक कमरा किरायेदार को किराये पर दे दिया. समय के साथ किरायेदार गलत धंधा फ्लैट में करने लगे.
लालबाजार के अलावा स्थानीय थाने मे इसकी शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई. बार बार इसका विरोध करने पर बुधवार को किरायेदार ने बल प्रयोग कर उसे घर से निकाल दिया, जिसके बाद वे मुख्यमंत्री के घर पहुंची. वहां भी उनकी बात पर किसी ने ध्यान नहीं दिया, जिसके बाद उन्हें धरने पर बैठना पड़ा.
घटना की जानकारी मिलने पर भवानीपुर थाने की पुलिस ने वहां पहुंच कर दोनों मां-बेटी को साथ लेकर थाने लायी. इसके बाद पुलिस ने दोनों मां-बेटियों को उनके फ्लैट में वापस भेज दिया और मामले को सुलझाने का आश्वासन दिया.