कोलकाता: टैक्सी रिफ्यूजल के नाम पर ‘पुलिसिया जुल्म’ समेत कई मुद्दों को लेकर टैक्सी चालकों द्वारा जारी आंदोलन की भयावहता देख कर राज्य सरकार बैठक के लिए राजी तो हो गयी, लेकिन उसका कोई नतीजा नहीं निकल पाया.
बुधवार को खुदीराम अनुशीलन केंद्र में बैठक शुरू हुई. इसमें परिवहन मंत्री मदन मित्र, कोलकाता पुलिस के अधिकारी, प्रदेश एटक के सचिव व कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन के महासचिव नवल किशोर श्रीवास्तव, सीटू समर्थित बंगाल रोड ट्रांसपोर्ट वर्कर्स फेडरेशन के महासचिव सुभाष मुखोपाध्याय, इंटक नेता रमेन पांडेय, सीटू नेता देव प्रसाद गुहा समेत अन्य नेता व टैक्सियों के मालिक शामिल रहे.
बैठक के बाद सीटू, एटक व इंटक परिवहन संगठनों के नेताओं ने काफी रोष जताया. उन्होंने कहा कि टैक्सी चालकों की समस्या को लेकर परिवहन मंत्री मदन मित्र ने तो कोई आश्वासन दिया और न ही इस मुद्दे के समाधान की कोई बात कही गयी. राज्य सरकार के रवैये पर असंतोष जताते हुए सीटू, एटक व इंटक समर्थित परिवहन संगठनों की ओर से राज्य सरकार को चार दिनों का अल्टीमेटम दिया है. यदि रिफ्यूजल के नाम पर टैक्सी चालकों पर अत्याचार खत्म व अन्य समस्याओं के समाधान के लिए सरकार कदम नहीं उठाती है, तो संयुक्त आंदोलन चलाया जायेगा. परिवहन संगठनों के आरोप के मुताबिक बैठक के दौरान राज्य सरकार के परिवहन मंत्रलय ने बिल्कुल यू-टर्न लिया है यानी टैक्सी चालकों से जुड़ी समस्याओं के समाधान के बारे में परिवहन मंत्री की ओर से किसी भी प्रकार का आश्वासन नहीं दिया गया.