कोलकाता/नयी दिल्ली : पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल सहित देश के कुछ अन्य हिस्सों में इंसेफलाइटिस से उत्पन्न स्थिति पर गंभीर चिंता जताते हुए लोकसभा में सोमवार को सदस्यों ने इस बीमारी के इलाज और इसके संपूर्ण उन्नमूलन के लिए केंद्र सरकार से एक राष्ट्रीय कार्यक्रम बनाने की मांग की.
भाजपा के योगी आदित्यनाथ ने पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा देश के अन्य हिस्सों में इंसेफलाइटिस फैलने से उत्पन्न स्थिति तथा इस संबंध में सरकार द्वारा उठाये गये कदमों के बारे में एक विशेष चर्चा शुरू करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल सहित देश के 19 राज्यों के करीब 171 जिले इंसेफलाइटिस की चपेट में हैं और बड़ी संख्या में बच्चे इस बीमारी की चपेट में आकर मौत के शिकार हो रहे हैं.
पिछले 36 वर्षो से इस बीमारी का प्रकोप बना हुआ है, लेकिन इसके समुचित उपचार, रोकथाम और उन्नमूलन के लिए ठोस और दीर्घकालीन कार्यक्रम सरकार घोषित नहीं कर पायी. सरकार से जो संवेदनशीलता दिखायी जानी चाहिए थी, वह नहीं दिखी.
योगी आदित्यनाथ ने सदन में इस विषय पर एक ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लाये और केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री डा हर्षवर्घन ने इस पर अपना एक लिखित उत्तर भी सदन के पटल पर रखा, लेकिन सदस्यों ने इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा कराने और मंत्री की ओर से इसका उत्तर दिये जाने की मांग की. लोकसभा अध्यक्ष सुमित्र महाजन ने सदस्यों की मांग पर इस विषय पर नियम 193 के तहत विस्तृत चर्चा कराने पर सहमति जतायी.