कोलकाता : भारतीय चिकित्सा संघ :आईएमए: ने देश भर में अपने सदस्यों से अपील की है कि वे उन सभी मरीजों को एक सप्ताह तक चिकित्सक के शुल्क में 25 प्रतिशत छूट दें जिनकी उंगलियों पर मतदान करने की स्याही का निशान हो. देश भर में आईएमए के 2.75 लाख सदस्य हैं. आईएमए की बंगाल इकाई ने एक और कदम आगे बढते हुए राज्य के चिकित्सकों से अपील की है कि वे पैथोलॉजिक जांचों में दो सप्ताह के लिए 25 प्रतिशत छूट दें.
आईएमए के महासचिव नरेंद्र सैनी ने ‘प्रेस ट्रस्ट’ से कहा, ‘‘ हम मतदान की महत्ता के बारे में जागरकता पैदा करना चाहते हैं इसलिए हमने मरीजों को छूट देने के लिए 29 राज्यों में फैली हमारी सभी 1700 स्थानीय शाखाओं से यह अपील की है.’’ सैनी ने कहा कि इसके लिए संघ अपने सभी सदस्य चिकित्सकों को मोबाइल पर संदेश भी भेज रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘ उत्तरी भारत में कुछ शाखाओं ने कहा है कि वे चिकित्सकों के शुल्क में 50 प्रतिशत की छूट देंगी. हमें चिकित्सकों और अपने संघों से अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है.’’
राज्य सचिव एवं राष्ट्रीय संयुक्त सचिव शांतनु सेन ने बताया कि उन्होंने समयसीमा बढाकर दो सप्ताह करने का निर्णय लिया है और सभी पैथोलॉजिकल क्लीनिकों से अपील की है कि वे सभी जांचों में 25 प्रतिशत की छूट दें. पश्चिम बंगाल में आईएमए के 17,000 डॉक्टर हैं. सेन ने कहा ‘‘अगर अभिभावक मतदान करते हैं तो उनके बच्चों को शिशु रोग विशेषज्ञों या पैथोलॉजिकल प्रयोगशालाओं में जाने पर शुल्क में छूट मिलेगी.’’