कोलकाता/जमालपुर: तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने आज कहा कि पार्टी अकेले दम पर लोकसभा चुनाव लड़ेगी और तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरेगी.
पश्चिम बंगाल के जमालपुर और बालागढ़ में चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए सुश्री बनर्जी ने कहा : कांग्रेस, भाजपा और माकपा पर एक ‘गुप्त समझौते’ का आरोप लगाते हुए ममता ने लोगों से तृणमूल कांग्रेस के लिए वोट करने की अपील की.
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए ममता ने कहा कि उसकी कोई विचारधारा नहीं है, उसने लूट और भ्रष्टाचार किया और क्षेत्रीय दलों का दमन किया है. यूपीए सरकार ने राज्य को वित्तीय तौर पर वंचित किया है. कांग्रेस को एक भी वोट न दें. उन्होंने देश को बर्बाद कर दिया है और बंगाल को वित्तीय तौर पर वंचित रखने की कोशिश की है. चुनाव के बाद हम अपना हक लेकर रहेंगे. ममता ने दावा किया कि राज्य की पिछली वाम मोरचा सरकार द्वारा लिए गये कर्ज के कारण पिछले तीन साल में यदि केंद्र ने 87,000 करोड़ रुपये की कटौती न की होती तो हमारी सरकार ने 20 लाख नौकरियां पैदा की होती.
ममता ने कहा : हमें भीख नहीं चाहिए. मैं न तो माकपा, कांग्रेस और भाजपा के सामने कभी झुकी हूं और न भविष्य में ऐसा करुंगी. उन्होंने कहा : यह गुजरात नहीं बल्कि बंगाल है जो पूरे देश में विकास का मॉडल है. आगामी दिनों में बंगाल पूरे देश को राह दिखायेगा. केंद्र में सत्ताधारी कांग्रेस और पश्चिम बंगाल में सत्ता में रहे वाम मोरचा के बीच गंठजोड़ का आरोप लगाते हुए ममता ने कहा कि वाम मोरचा ने राज्य को वित्तीय तौर पर तबाह करने के लिए कर्ज लेना शुरु कर दिया, वहीं केंद्र सरकार ने उसे इसकी इजाजत भी दे दी. माकपा केंद्र से कह रही है कि हमें :पश्चिम बंगाल को: धन न दिया जाये. राज्य को तबाह करने और लोगों को यातनाएं देने के लिए बंगाल की जनता उन्हें अगले 30 साल तक माफ नहीं करेगी. कांग्रेस, भाजपा, माकपा के साथ-साथ मीडिया के एक हिस्से पर भी अपनी सरकार और तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ साजिश का आरोप लगाते हुए ममता ने कहा कि हमारे बारे में दुष्प्रचार किया जा रहा है.
राज्य में आधारभूत ढांचे का विकास
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट कर कहा है कि राज्य में आधारभूत ढ़ांचों का विकास किया गया है. यह ऑडिटर जनरल की हालिया घोषित आंकड़ों से भी जाहिर होता है. बंगाल में एक्चुअल प्लान एक्सपेंडिचर में इजाफा हुआ है. यह 2012-13 के 12644 करोड़ रुपये से 44 फीसदी बढ़ कर 2014 के फरवरी तक 18193 करोड़ रुपये हो गया है. मुख्यमंत्री के मुताबिक, राज्य भर में सामाजिक संपत्तियों व आधारभूत ढांचे का विकास किया गया है. इनमें स्कूल, कॉलेज, हॉस्टल, हॉस्पिटल, रोड, पाइप द्वारा जलापूर्ति, आइटीआइ, पॉलिटेक्निक, विपणन हब आदि हैं. इसके अलावा अल्पसंख्यकों, एससी, एसटी व अन्य पिछड़ी जातियों सहित आम लोगों तक विकास को लाया गया है. यह प्लान फंड के इस्तेमाल के जरिये हो सका है. पूर्व की वाममोरचा सरकार द्वारा उन पर लादे गये 2.30 लाख करोड़ रुपये के ऋण के बोझ तथा केंद्र द्वारा 87 हजार करोड़ रुपये के फंड को रोकने के बावजूद यह किया गया है.