जानकारी के अनुसार पीड़ित छात्र का नाम निगम छेत्री है. वह सिलीगुड़ी के निकट बेंगडूबी आर्मी पब्लिक स्कूल में 12वीं का छात्र है. पढ़ाई की वजह से वह शिवमंदिर इलाके में पेंइग गोस्ट के तौर पर रहता है. उसके पिता सेना से अवकाश प्राप्त हैं. गत बुधवार को निगम फुटबॉल के लिए किट खरीदने सिलीगुड़ी पहुंचा था. सिलीगुड़ी शहर उसके लिए नया था. रास्ता भटकने पर एक रिक्शावाले ने उसे फांस लिया. उसने हिलकार्ट रोड से एक रिक्शा लिया और स्पोर्ट्स सेंटर चलने को कहा. कुछ ही दूर जाने पर एक अनजान व्यक्ति भी उसी रिक्शा पर सवार हो गया और शेयर में उसी ओर जाने की बात कही.
अनजान शहर होने की वजह से निगम चुप रहा. रास्ते में वह व्यक्ति निगम से बाल तस्करी, मजदूरी आदि बातें करने लगा, लेकिन उसने दिलचस्पी नहीं दिखयी. कुछ आगे जाकर रिक्शा वाला कुछ काम का बहाना बनाकर चला गया. उसके जाते ही एक ब्लैक कलर की बाइक पर एक व्यक्ति आया और उसे गैरकानूनी काम करने का आरोप लगाकर रिक्शा से उतरने को कहा. निगम ने जब उससे परिचय मांगा तो उसने खुद को पुलिस वाला बताया, लेकिन पहचान पत्र नहीं दिखा पाया. रिक्शा पर निगम के साथ बैठने वाला व्यक्ति भी कथित पुलिस वाले के साथ हो लिया. फर्जी पुलिस वाले ने बैग की तलाशी लेने की बात कही और एक हजार रुपये की मांग की. रुपये ना देने पर हवालात में बंद करने की धमकी भी दी.
मौके की नजाकत को समझते हुए निगम फर्जी पुलिस वाले को पांच सौ रुपये, रिक्शा वाले को एक सौ रुपये और साथ बैठने वाले को एक सौ रुपये देकर वहां से निकला. निगम ने बड़ी ही चालाकी से रिक्शा पर उसके बैठे व्यक्ति का फोन नंबर ले लिया था. पूरी घटना का वर्णन करते हुए निगम ने सिलीगुड़ी थाने में एक प्राथमिकी दर्ज करायी है और उस बदमाश का फोन नंबर भी पुलिस को दिया है. सिलीगुड़ी थाने की पुलिस ने बदमाशों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने का आश्वासन निगम को दिया है.