लखनऊ : यूपी के सबसे बड़े राजनीतिक परिवार में कलह अब आर-पार की लड़ाई के रूप में सामने आ चुकी है. बर्खास्त किए जाने के बाद आज शिवपाल यादव ने पार्टी ऑफिस में पत्रकारों और समर्थकों को संबोधित किया और बिना नाम लिये रामगोपाल यादव पर निशाना साधा.
शिवपाल ने कहा कि बहुत दिनों पार्टी के अंदर षड्यंत्र चल रहा था. पार्टी को कमजोर करने के पीछे एक बड़े नेता का हाथ है. हमारे दल के कुछ लोग सीबीआई से बचने के लिए भाजपा के नेता से मिल चुके थे. एक बड़ा नेता साजिश कर रहा है. उन्होंने कहा कि इस नेता ने तीन बार भाजपा के बड़े नेता से मुलाकात की है. अखिलेश इनको समझ नहीं पा रहे हैं और उनकी बात पर चल रहे हैं.
उन्होंने कहा कि सीबीआई से बचने में लगे लोग गिरोह बना कर गलत काम करने वालों के संरक्षक बने हुए थे. यह बात मुख्यमंत्री को समझ में आनी चाहिए थी, वह समझ ही नहीं रहे हैं. शिवपाल ने कहा कि मुझे बर्खास्तगी की चिंता नहीं है हम चुनाव में जाएंगे. नेताजी ने मेहनत से पार्टी खड़ी की है, उनके नेतृत्व में चुनाव में जाएंगे. हमने पिछला चुनाव नेताजी के नाम पर लड़ा था.
आपको बता दें कि इससे पहले खबर आई कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने मंत्रिमंडल से चाचा शिवपाल यादव समेत चार अन्य मंत्रियों को बर्खास्त कर दिया जिसके बाद शिवपाल ने सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की. मुलायम से मुलाकात करने के बाद वह निजी गाड़ी में वापस हुए जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि उन्होंने सरकारी गाड़ी वापस कर दी है.