लखनऊ : उत्तर प्रदेश में सत्तारुढ़ समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने विकास योजनाओं की धीमी गति के लिए अपनी सरकार को उलाहना दिया है. उन्होंने कहा कि रेंग रही विकास योजनाओं की गति बढाकर उन्हें समय से पूरा करने की जरुरत है. उन्होंने कहा कि परियोजनाओं के शिलान्यास कार्यक्रम ही नहीं होने चाहिए, उनका उद्घाटन कार्यक्रम भी होना चाहिए.
यादव ने आज 302 किलोमीटर लम्बे लखनऊ -आगरा एक्सप्रेस वे का शिलान्यास करने के लिए मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा,विकास योजनाएं तो बहुत हैं,मगर वे रेंग रही हैं. शिलान्यास कार्यक्रम तो बहुत सुनाई पडते हैं, मगर उद्घाटन की बात सुनाई नहीं पडती.
मुझे योजनाओं के उद्घाटन का मौका नहीं मिल रहा है. समारोह में मौजूद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की ओर देखते हुए सपा मुखिया ने कहा, जब मैं वहां (मुख्यमंत्री) था, तब मैं विकास योजनाओं का शिलान्यास नहीं बल्कि उद्घाटन करता था. मैं जब कभी किसी योजना का शिलान्यास करता था, तो उसी समय उद्घाटन की तारीख भी तय कर देता था.
मुलायम ने सरकार के मंत्रियों को परिणाम देने के निर्देश देते हुए चेतावनी के स्वर में कहा, पार्टी संगठन सरकार से उपर है. आप तभी तक मंत्री रह पायेंगे जब तक संगठन आप को चाहेगा. आप सभी मंत्रियों और अधिकारियों को बताना चाहिए कि विकास परियोजनाएं पूरी क्यों नहीं हो रहीं.
सपा मुखिया ने चेतावनी और परिहास के मिले जुले स्वर में कहा, राष्ट्रीय सम्मेलन में मुझे फिर से पार्टी का अध्यक्ष बना दिया गया है … यदि आप मुझे हटाना भी चाहेंगे तो फिर से सम्मेलन बुलाना पडेगा ..और जब तक मैं हूं आप लोगों को काम करके दिखाना पडेगा.
अखिलेश सरकार के मंत्रियों को विकास के लिए गांवों को गोद लेने और वहां शौचालय आदि के निर्माण कराने के निर्देश देते हुए, यादव ने कहा कि लोग बहुत चतुर हैं और वे यह देखना चाहते हैं कि वास्तव में काम क्या हुआ है … उन्हें इससे मतलब नहीं है कि क्या होने वाला है.
सपा मुखिया ने लखनऊ -आगरा एक्सप्रेस वे को समयबद्व तरीके से पूरा किये जाने पर बल दिया और विकास कर्ता कम्पनियों के प्रतिनिधियों को मंच पर बुला कर निश्चित समय सीमा बताने को कहा. जब प्रतिनिधियों ने 24 महीने में एक्सप्रेव वे को पूरा कर देने का वादा किया, तो सपा मुखिया ने कहा 24 नहीं 22 महीने.
यादव ने कहा कि वे मुख्यमंत्री के सरकारी आवास 5, कालीदास मार्ग पर इस लिए नहीं जाते कि लोग यह कहना शुरु कर देगे कि सरकार मैं ही चला रहा हूं. सपा मुखिया ने अखिलेश सरकार और उनके मंत्रियों को स्पष्ट संदेश देते हुए बार-बार दोहराया, मैं शिलान्यास में नहीं उद्घाटन में भरोसा करता हूं.
समारोह में मौजूद नवनियुक्त मुख्य सूचना आयुक्त तथा प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव जावेद उस्मानी की तरफ इशारा करते हुए यादव ने कहा, वह जब मेरे साथ थे तब बहुत अच्छा काम करते थे, यह आपकी कमी है कि आप उनका उपयोग नही कर पाये. इससे पूर्व, अखिलेश ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि एक्सप्रेव वे पूरा करने में जमीन को लेकर कुल लगभग 15हजार करोड़ रुपये की लागत संभावित है और देश में संभवत: यह ऐसी पहली परियोजना है, जो राज्य सरकार अपने संसाधन से पूरा करेगी.
उन्होंने कहा कि लखनऊ -आगरा एक्सप्रेव वे बन जाने से दिल्ली लखनऊ की यात्रा अवधि मात्र पांच घंटे रह जायेगी. इस एक्सप्रेस वे के अगल -बगल के गांवों और देहाती इलाको का भी विकास होगा तथा किसान अपने उत्पादनों को मंडियों तक ले जाकर उचित कीमत पा सकेंगे. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि यदि सब कुछ समयबद्व तरीके से पूरा हो जाता है, तो एक्सप्रेस वे के विस्तार पर भी विचार किया जायेगा.