लखनऊ : उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को ‘किसान सम्मान निधि योजना’ की शुरुआत की. इसके तहत 12 करोड़ से अधिक किसानों को सालाना 6000 रुपये की गारंटीड आय मिलेगी. इस योजना की शुरूआत करते हुए उन्होंने कहा कि आज 10,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और अनावरण किया गया है.
पीएम मोदी ने कहा कि आज का दिन इतिहास में दर्ज होने जा रहा है. लाल बहादुर शास्त्री जी ने जय जवान जय किसान का नारा दिया था. उसी मंत्र को इतने साल बाद किसान के घर तक, किसान के खेत तक, किसान की जेब तक पहुंचाने का काम हो रहा है. उन्होंने कहा कि आजादी के बाद किसानों से जुड़ी ये सबसे बड़ी योजना आज उत्तर प्रदेश की पवित्र धरती से मेरे देश के करोड़ों किसानों भाइयों के आशीर्वाद से शुरुआत हो रही है.
नरेंद्र मोदी ने कहा कि अब तक देश के 1 करोड़ 1 लाख किसानों के बैंक खातों में इस योजना की पहली किश्त ट्रांसफर करने का सौभाग्य मुझे मिला है. इन किसानों को 2 हजार 21 करोड़ रुपये अभी ट्रांसफर किये गये हैं. हमने किसानों की छोटी-छोटी दिक्कतों पर ध्यान देने के साथ ही उनकी चुनौतियों के सम्पूर्ण निवारण पर काम किया है. किसान पूरी तरह से सशक्त और सक्षम बने, इस लक्ष्य के साथ हम निकले हैं.
उन्होंने कहा कि ये तो अभी शुरुआत है. इस योजना के तहत हर वर्ष लगभग 75 हज़ार करोड़ रुपये किसानों के खातों में सीधा पहुंचने वाले हैं. देश के वो 12 करोड़ छोटे किसान, जिनके पास 5 एकड़ या उससे कम भूमि है, उन्हें इसका लाभ मिलेगा. हमने किसानों की छोटी-छोटी दिक्कतों पर ध्यान देने के साथ ही उनकी चुनौतियों के सम्पूर्ण निवारण पर काम किया है. किसान पूरी तरह से सशक्त और सक्षम बनें, इस लक्ष्य के साथ हम निकले हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि पीएम किसान निधि योजना आजादी के बाद किसानों के लिए सबसे बड़ी योजना है. उन्होंने विरोधियों पर हमला करते हुए कहा कि उन्हें 10 साल में एक बार किसान याद आते हैं. पहले की सरकारों में किसानों का भला करने की नियत नहीं थी. उन्होंने कहा कि पीएम किसान सम्माननिधि के तहत जो पैसे किसानों को दिये जाएंगे, उसकी पाई-पाई केंद्र सरकार की तरफ से दी जाएगी. मेरे किसान भाइयों, ये पैसा आपको दिया जा रहा है वो आपके हक का है और इसको कोई वापस नहीं ले सकता है. न मोदी वापिस ले सकता है और न कोई राज्य सरकार. ऐसी अफवाह फैलाने वालों को मुंह तोड़ जवाब दे देना.
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना पर ही करीब-करीब एक लाख करोड़ रुपये खर्च कर रही है. इतनी बड़ी राशि हम लगा रहे हैं ताकि देश में जो सिंचाई परियोजनाएं 30-40 साल से लटकी हुई थीं, उन्हें पूरा किया जा सके. हम जो योजना लाये हैं, उसके अंतर्गत हर वर्ष 75 हजार करोड़ रुपये किसानों के खातों में जमा होगा. जबकि महामिलावटी लोगों ने अपने पिछले 10 साल के कार्यकाल में मात्र 53 हजार करोड़ रुपये का किसानों का ऋण माफ किया था.
पीएम मोदी ने कहा कि ये नया भारत है. इसमें केंद्र सरकार जितना पैसा किसान के लिए भेजती है, वो पूरा पैसा उसके खाते में पहुंचता है. अब वो दिन गए जब सरकार 100 पैसा भेजती थी, तो बीच में 85 पैसा दलाल और बिचौलिए खा जाते थे. PM Kisan को भी फूल प्रूफ बनाया गया है ताकि किसान का अधिकार कोई छीन न सके.
सभा में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जो बातें लोग पहले नामुमकिन समझते थे, उन्हें मुमकिन कर रही है. पिछले साढ़े चार वर्षों में सरकार द्वारा दो चरणों में 17 करोड़ से ज्यादा सॉयल हेल्थ कार्ड दिये जा चुके हैं. यूरिया की 100% नीम कोटिंग का फैसला लेकर हमने खाद का दुरुपयोग रोका है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने MSP पर किसानों की बरसों पुरानी मांग को पूरा किया. रबी और खरीफ की 22 फसलों का समर्थन मूल्य लागत का 50% से अधिक तय किया गया है. मौसम की मार से किसानों को बचाने के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना भी बनाई गयी है.
पीएम मोदी ने कहा कि अब मेरे किसान भाई, किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए 1 लाख 60 हजार रुपये तक का कर्ज, बिना बैंक गारंटी ले पाएंगे.प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले अटल जी की सरकार में आदिवासियों के लिए अलग मंत्रालय बना था. नॉर्थ ईस्ट के विकास के लिए अलग मंत्रालय बनाया था. अब फिर भाजपा सरकार ने मछली पालन से जुड़े लोगों के विकास के लिए अलग मंत्रालय बनाने का फैसला किया गया है.