लखनऊ : उत्तर प्रदेश की अखिलेश यादव सरकार में पुन: शामिल किये जाने के बाद रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने मीडिया पर भड़ास निकालते हुए कहा कि पुलिस उपाधीक्षक जिया उल हक हत्याकांड में मीडिया ने बगैर जांच पूरी हुए ही उन्हें दोषी करार दे दिया था और अब मीडिया खुद इस बाबत समीक्षा करे.
मंत्री पद की शपथ लेने के बाद संवाददाताओं से बातचीत करते हुए राजा भैया ने कहा कि पुलिस उपाधीक्षक हत्याकांड को लेकर उन्हें नाहक दोषी करार दे दिया गया, पर अब वह बेदाग बरी हो गये हैं.
मंत्रिमंडल में पुन: शामिल किये जाने के लिए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के प्रति आभार व्यक्त करते हुए राजा भैया ने कहा, मुझे जो दायित्व सौंपा जायेगा, उसे मैं पूरी जिम्मेदारी और सामर्थ्य के साथ पूरा करुंगा. पुलिस उपाधीक्षक हत्याकांड में लगे आरोपों से आहत राजा भैया ने कहा कि उन्होंने खुद सीबीआई जांच एवं पॉलीग्राफ परीक्षण की पहल की और जांच के बाद बेदाग बरी हुए.
उन्होंने कहा कि मीडिया का दायित्व है कि सीबीआई से बेदाग बरी कर दिये जाने के बाद वह उन पर आरोप लगाने में जल्दबाजी करने के अपने कृत्य की खुद समीक्षा करे. राजा भैया ने कहा, दु:ख है कि बिना जांच के ही मीडिया ने मुझे दोषी करार देते हुए जनमानस में मेरे बारे में गलत धारणा बनाने का काम किया.यह पूछे जाने पर कि आप पर अब भी कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं , राजा भैया ने कहा कि ये मुकदमे बसपा राज का प्रसाद हैं.