नयी दिल्ली: उत्तर प्रदेश की सपा सरकार पर मुजफ्फरनगर दंगों के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने में पूरी तरह से असफल रहने का आरोप लगाते हुए बसपा प्रमुख मायावती ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की आज मांग की.
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात करने और इस बाबत उन्हें एक ज्ञापन सौंपने वाली मायावती ने कहा कि समाजवादी पार्टी :सपा: के उत्तर प्रदेश की सत्ता में आने के बाद से राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब हुई है और वहां जंगल राज फैला हुआ है. उन्होंने कहा कि राज्य के विभिन्न हिस्सों से सांप्रदायिक हिंसा के दर्जनों मामले सामने आए हैं और मुजफ्फरनगर हिंसा इसका एक स्पष्ट उदाहरण है.
राष्ट्रपति भवन के बाहर उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘इसलिए, लोगों के समग्र हित को ध्यान में रखते हुए संविधान की अनुच्छेद 356 लागू कर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया जाना चाहिए.’’मायावती ने कहा कि सपा सरकार मुजफ्फनगर हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने में पूरी तरह से असफल रही है.
उन्होंने कहा, ‘‘सिर्फ इतना ही नहीं, वह विस्थापित हुए उन लोगों में दोबारा आत्मविश्वास जगाने में भी असफल रही है, जो अपने घरों को लौटने के लिए तैयार नहीं है.’’ उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार मुजफ्फरनगर हिंसा पर राजनीति कर रही है और हिंसा भड़काने के नाम पर भाजपा और बसपा के नेताओं को गिरफ्तार कर रही है. उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार ने कांग्रेस और सपा के उन मुस्लिम नेताओं को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया है, जो बसपा नेताओं के साथ महापंचायत में शामिल हुए थे.’’