लखनउ : उत्तर प्रदेश के 13 जिले बाढ़ की विभीषिका से जूझ रहे हैं और सूबे की लाखों लोग सैलाब से प्रभावित है. राज्य में बाढ़ तथा वर्षाजनित हादसों में अब तक कम से कम 290 लोगों की मौत हो चुकी है.राहत आयुक्त कार्यालय की रिपोर्ट में बताया गया है कि राज्य के बलिया, गाजीपुर, वाराणसी, इलाहाबाद, मिर्जापुर, संतकबीर नगर, गोण्डा, बाराबंकी, जालौन तथा हमीरपुर समेत 13 जिलों के 694 गांवों के 13 लाख 27 हजार 973 लोग प्रभावित हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक इस वर्ष राज्य में वर्षाजनित तथा बाढ़जनित हादसों में मरने वालों की संख्या 290 हो गयी है. इनमें से बाढ़ से 114 लोग, बारिश के कारण मकान ढहने से 128 तथा बिजली गिरने से हुई 48 लोगों की मौत के मामले शामिल हैं.
गंगा नदी बलिया में अब भी खतरे के निशान से करीब सवा दो मीटर उपर बह रही है. इसके अलावा गाजीपुर में इस नदी का जलस्तर खतरे के निशान से उपर बना हुआ है. फतेहगढ़, अंकिनघाट, कानपुर, इलाहाबाद के छतनाग, वाराणसी तथा मिर्जापुर में इस नदी का जलस्तर लाल चिह्न के नजदीक बरकरार है.
यमुना नदी प्रयागघाट में खतरे के निशान से कुछ नीचे बह रही है. शारदा लखीमपुर के पलियाकलां में, घाघरा नदी तुर्तीपार (बलिया) में, बूढ़ी राप्ती नदी ककरही में तथा क्वानो गोंडा में चंद्रदीप घाट इलाके में लाल निशान से उपर बह रही है.
इस बीच, मौसम विभाग के मुताबिक पिछले चौबीस घंटे के दौरान प्रदेश में कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा हुई है. इस दौरान बांसी में नौ सेंटीमीटर, बर्डघाट में आठ, ककरही तथा रिगौली में सात-सात, गोरखपुर में छह, फरेंदा तथा रसड़ा में पांच-पांच, बलरामपुर और बांसगांव में चार-चार सेंटीमीटर बारिश रिकार्ड की गयी है. अगले 24 घंटे के दौरान राज्य में कुछ स्थानों पर बारिश होने का अनुमान है.