बदायूं : उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में दो किशोरियों के साथ सामूहिक बलात्कार के बाद उन्हें फांसी पर लटकाए जाने के मामले में पुलिस ने कल रात और आज तडके दो और अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया. इस प्रकरण के सभी पांच प्रमुख अभियुक्त अब पुलिस की पकड में आ चुके हैं.
परिजन चाहें, तो करुंगी बदायूं कांड की सीबीआई जांच की सिफारिश : मेनका
पुलिस सूत्रों ने आज यहां बताया कि वारदात के आरोपी हेड कांस्टेबल छत्रपाल यादव को कल देर रात गिरफ्तार किया गया जबकि पांचवे आरोपी सर्वेश यादव को आज तडके पकडा गया. इस तरह अब तक मामले के पांचों प्रमुख अभियुक्तों हेड कांस्टेबल छत्रपाल, कांस्टेबल सर्वेश यादव तथा गांव के दबंगो पप्पू यादव, अवधेश यादव और सर्वेश यादव को गिरफ्तार किया जा चुका है. प्रकरण में कुल सात अभियुक्तों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था. उनमें से दो अज्ञात है.
इस मामले में कटरा सादतगंज चौकी में तैनात दोनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ साजिश के आरोप में प्राथमिकी दर्ज हुई थी. इन दोनों को बर्खास्त किया जा चुका है. बाकी आरोपियों के विरुद्ध बलात्कार और हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था. इस मामले में चौकी प्रभारी राम विलास यादव को लापरवाही के आरोप में निलंबित किया गया है. उसहैत थाना क्षेत्र के कटरा सादतगंज क्षेत्र में बीते मंगलवार की रात शौच के लिए गयी 14 तथा 15 साल की चचेरी बहनों के शव अगले दिन सुबह एक बाग में पेड पर फंदे से लटकते पाये गये थे. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उनकी सामूहिक बलात्कार के बाद फांसी पर लटकाए जाने से मौत की पुष्टि हुई थी.
पीडित परिवार ने पुलिस पर घोर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मामले की सीबीआई से जांच की मांग की थी. उनका आरोप है कि अगर पुलिस ने समय रहते कार्रवाई की होती तो उनकी बेटियों को जान ना गंवानी पडती. बसपा प्रमुख मायावती ने पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की थी. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस मामले पर सख्त नाराजगी जाहिर करते हुए पीडित परिजन को पूरी सुरक्षा देने तथा पांच-पांच लाख रुपये की मदद की घोषणा की थी.