नयी दिल्ली:दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पहली बार माना है कि उनके द्वारा जोश में इस्तीफे का फैसला लेना गलत था. इकनॉमिक टाइम्स में छपी खबर के अनुसार उन्हें सैंद्धांतिक तौर पर इस्तीफा देने के फैसले पर कोई खेद नहीं है. वे मानते हैं कि यह फैसला उसी रात नहीं करना चाहिए था जब बीजेपी और कांग्रेस ने जनलोकपाल बिल का रास्ता रोका था.
केजरीवाल ने कहा कि सरकार बिराने के लिए बीजेपी और कांग्रेस एक हो गये थे. मुझे लगता है कि हमें अपने फैसले के पीछे कारण बताने के लिए जनसभाएं करने के लिए कुछ और दिन लेने चाहिए थे और उसके बाद सरकार छोड़ी जा सकती थी. अपने को भगोड़ा कहे जाने पर निराशा जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि तुरंत लिए गए हमारे फैसले और जनता के साथ संवाद में कमी की वजह से बीजेपी और कांग्रेस को हमारे बारे में झूठी बातें फैलाने और हमारे ऊपर भगोड़े का ठप्पा लगाने का मौका मिल गया.