साइबर क्राइम रोकने के लिए पुलिसकर्मियों को किया प्रशिक्षित, एसपी ने कहा
Advertisement
खाते से अवैध निकासी पर पुलिस को सूचित करें, रुपये वापस हो सकते हैं
साइबर क्राइम रोकने के लिए पुलिसकर्मियों को किया प्रशिक्षित, एसपी ने कहा चाईबासा : साइबर अपराध को रोकने के लिए व पुलिस कर्मियों को और हाइटेक बनाने के लिए रविवार को पुलिस लाइन में विशेष प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया. शिविर में एसपी अनीश गुप्ता ने कहा कि साइबर क्रिमिनलों द्वारा बैंक खाते से […]
चाईबासा : साइबर अपराध को रोकने के लिए व पुलिस कर्मियों को और हाइटेक बनाने के लिए रविवार को पुलिस लाइन में विशेष प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया. शिविर में एसपी अनीश गुप्ता ने कहा कि साइबर क्रिमिनलों द्वारा बैंक खाते से अवैध निकासी की सूचना अगर पीड़ित शीघ्र पुलिस को दें, तो खाते से गए रुपये वापस मिल सकते हैं. क्योंकि ट्रांसफर की स्थिति में रुपये 72 घंटे तक पेमेंट गेटवे में रहते हैं. ऐसे में पीड़ित व पुलिस की तत्परता से खाते से निकले रुपये वापस हो सकते हैं
उन्होंने लोगों से एटीएम कार्ड के पुराने पिन नंबर बदलने की अपील करते हुए कहा कि अपराध का शिकार बनने की आशंका पुराने पिन वाले एटीएम में अधिक रहती है. सिर्फ पिन जानने के लिए वे ग्राहक को झांसा देते हैं. इसलिए एटीएम में पिन डालते समय एक हाथ की हथेली उसे कवर कर लें. एटीएम कार्ड की पूरी जानकारी के लिए अपराधी बिना डिटेल्स एप का इस्तेमाल करते हैं. सिर्फ कार्ड के आखिरी चार अंक और पिन की जानकारी उन्हें नहीं मिलती है. इसलिए वे खुद को बैंक अधिकारी बताकर ग्राहक को कॉल करते हैं. आखिरी चार अंक और पिन या ओटीपी पूछकर निकासी करते हैं. मौके पर डीएसपी प्रकाश सोय, मनोज झा, थानेदार सुरेंदर रविदास, दिग्विजय सिंह व अन्य पुलिस कर्मी उपस्थित थे.
थाना स्तर पर साइबर लिट्रेसी बढ़ाना जरूरी
जिले के पुलिस अधिकारियों को एनजीओ इंडिया साइबर आर्मी के निदेशक संजय मिश्रा ने ट्रेनिंग देते हुए कहा कि साइबर क्राइम से निपटने के लिए थाना स्तर पर साइबर लिट्रेसी बढ़ाना आवश्यक है. डिजिटल हो रहे इंडिया के सामने साइबर क्राइम रोकना चुनौती से कम नहीं है. पुलिस को हर समय सोशल मीडिया पर नजर रखनी होगी. उन्होंने सोशल साइट को ट्रैक करने की जानकारी भी अफसरों को दी. साइबर क्राइम ट्रेंड, फाइनेंशियल क्राइम, आइटी एक्ट के बारे में विस्तार से बताया. कहा कि साइबर अपराध में नाइजीरिया ग्रुप के अपराधी सक्रिय हैं. उनके पास लेटेस्ट तकनीक है.
आपराधिक तत्वों के वेब पेज पुलिस के रडार पर
पुलिस कर्मचारियों को प्रशिक्षण देने का मुख्य उद्देश्य आपराधिक तत्वों के वेब पेज को पुलिस की रडार में रखना है. इस बीच पश्चिम सिंहभूम में इंटरनेट द्वारा आर्थिक अपराध के मामले बढ़े हैं. लोगों से उनकी बैंकिंग संबधी जानकारियों के साथ एटीएम के नंबर, पासवर्ड आदि लेकर साइबर क्रिमिनलों द्वारा बैंक खाते से रकम निकाल लेने की कई शिकायतें दर्ज करायी गयी हैं. नयी तकनीक के बाद यदि किसी आदमी ने किसी को फोन करने के बाद अपने फोन से डाटा मिटा दे या अपना फोन नष्ट कर भी दे तो उस डाटा को अब रिकवर किया जा सकेगा.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement