सरहुल पर प्रकृित रक्षा का संकल्प बंदगांव : सरहुल पूजा समिति ने शनिवार को प्रकृति उपासना पर्व सरहुल के मौके पर बंदगांव बाजार में शोभा यात्रा निकाली. शोभा यात्रा को पूरे बंदगांव क्षेत्र भ्रमण कराया गया. इससे पूर्व पूजा प्लास के पतों एवं फूलो से सरहुल पूजा की गयी. दिउरियों ने विभिन्न अखाड़ो में सरहुल […]
सरहुल पर प्रकृित रक्षा का संकल्प
बंदगांव : सरहुल पूजा समिति ने शनिवार को प्रकृति उपासना पर्व सरहुल के मौके पर बंदगांव बाजार में शोभा यात्रा निकाली. शोभा यात्रा को पूरे बंदगांव क्षेत्र भ्रमण कराया गया. इससे पूर्व पूजा प्लास के पतों एवं फूलो से सरहुल पूजा की गयी. दिउरियों ने विभिन्न अखाड़ो में सरहुल पूजा की.
इस दौरान भक्तों ने सूप में सरहुल फूल व पत्तों को रख कर पूजा स्थल का चक्कर लगाया और मनोकामना पूरी करने की विनती की. इसके बाद सभी ने प्लास के फूलों को अपने कानों में लगाया. इस दौरान मुख्य अतिथि विधायक शशि भूषण सामड, मुखिया चरण मुंडरी, झामुमो के जिलाध्यक्ष भुवनेश्वर महतो व गोपी चाकी को पारंपरिक पगड़ी बांधकर समानित किया गया.
श्री सामड ने कहा की सरहुल के आगमन से ही पेड़-पौधों में नये पत्ते व फूल खिलना शुरू होते हैं. प्रकृति का गुणगान करने के लिए ही सरहुल मनाते हैं. यह केवल आदिवासियों ही नहीं बल्कि पूरी मानव जाति का त्योहार है. मुखिया चरण मुंडरी ने कहा हमें सरहुल पर्व के मौके पर हमें प्रकृति रक्षा का संकल्प लेना चाहिए. सरहुल आदिवासी संस्कृति व परम्परा का पर्व है.
मौके पर पारंपरिक नृत्य आयोजित किया गया. देर शाम प्रसाद वितरण किया गया. आयोजन में समाज के कई पुरुष-महिला, बच्चे-बुजुर्ग शामिल थे.