18.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

सफाई चार्ज के लिए स्कूल ने मांगे रुपये

शिक्षिका बासमती जोजो का तुगलकी फरमान टाई व बैच के लिए भी मांग पैसे अभिभावकों में रोष, आंदोलन की तैयारी में नोवामुंडी : राजकीय मवि नोवामुंडी बाजार की प्रधान शिक्षिका बासमती जोजो ने शौचालय की सफाई के लिए सभी बच्चों से 10 रुपये प्रतिमाह व टाय बैच के लिए (1 से 5 कक्षा के बच्चों […]

शिक्षिका बासमती जोजो का तुगलकी फरमान

टाई व बैच के लिए भी मांग पैसे
अभिभावकों में रोष, आंदोलन की तैयारी में
नोवामुंडी : राजकीय मवि नोवामुंडी बाजार की प्रधान शिक्षिका बासमती जोजो ने शौचालय की सफाई के लिए सभी बच्चों से 10 रुपये प्रतिमाह व टाय बैच के लिए (1 से 5 कक्षा के बच्चों से 50 रुपये और 6-8 वर्ग के बच्चों से 60 रुपये) शुल्क जमा करने का फरमान जारी किया है. इससे अभिभावकों में रोष व्याप्त है. सोमवार को स्कूल पहुंचे बच्चों को घर से पैसा लाने के लिए कहा गया.
एसएमसी अध्यक्ष के साथ बैठक में हुआ निर्णय : बासमती
राजकीय मवि की प्रधान शिक्षिका बासमती जोजो ने बताया कि एसएमसी अध्यक्ष बुधराम चतोंबा के साथ बैठक में स्वच्छता शुल्क के रूप में सभी 605 बच्चों से हर माह 10 रुपये लेने का निर्णय लिया गया. हर माह 6,050 रुपये मिलेंगे. इसकी मौखिक सूचना बीइइओ चित्ररेखा देवी को दी गयी है. उन्होंने हामी भरी है.
स्कूली बच्चों से शुल्क लेना गलत : बीइइओ
इस संबंध में प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी चित्ररेखा देवी ने बताया कि बच्चों से स्वच्छता के नाम पर शुल्क व टाय बैच के लिए पैसे लेने का प्रावधान नहीं है. सरकार की ओर से सारी सुविधाएं देय है.
दमकल का इंतजार करते रहे दुकानदार आंखों के सामने धू-धू कर जलीं दुकानें
चक्रधरपुर के गुदड़ी बाजार में भयावह आग 68 लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट
चक्रधरपुर के गुदड़ी बाजार में आग से सोमवार की सुबह 68 दुकानें खाक हो गयीं. इनमें करीब 37 दुकानें रेडीमेड कपड़े की थी. सुबह करीब 4:10 बजे छोटी मसजिद से नमाज पढ़ कर निकल रहे लोगों ने गुदड़ी बाजार की ओर से धुआं निकलते देखा. इसके बाद नमाजियों की भीड़ गुदड़ी बाजार पहुंची. वहां मो नाजिर हुसैन की रेडीमेड कपड़े की दुकान से आग की लपटें निकल रही थी. सुबह चार से छह बजे तक दुकानदार दमकल वाहन के लिए डीसी, एसपी, डीएसपी, थाना प्रभारी व सीआरपीएफ कैंप में फोन लगाते रहे.
आग की लपटें इतनी तेज थी कि धुआं दूर-दूर के दिखाई दे रहा था. देखते ही देखते आग ने दर्जनों दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया. हजारों लोगों की भीड़ गुदड़ी बाजार के पास जमा हो गयी. व्यवसायी अपनी वर्षों की कमाई व पूंजी को धू-धू कर जलते देख रहे थे. उनके मुंह से आवाज नहीं निकल रही थी. आग बुझाने व बचाव के लिये कोई साधन पास में नहीं था. उनकी आंखें दमकल का इंतजार कर रही थी. सुबह छह बजे सीआरपीएफ कैंप से पानी का टैंकर भेजा गया. इसके बाद लोगों ने आक्रोश में पथराव कर दिया.
चक्रधरपुर में दमकल की व्यवस्था नहीं, चाईबासा से मंगाया जाता है
दुकानदारों ने बताया कि चक्रधरपुर अनुमंडल मुख्यालय है. दक्षिण पूर्व रेलवे का डिवीजन है. इसके बावजूद यहां दमकल की सुविधा नहीं है. आगजनी की घटना होने पर चाईबासा से दमकल मंगवाया जाता है. इस बार भी चाईबासा से दमकल मंगाया गया. हालांकि जबतक दमकल गाड़ी पहुंचती है, तबतक सबकुछ खत्म हो चुका होता है. सोमवार को भी दो घंटे बाद दमकल की गाड़ी पहुंची. तबतक दुकानें जल चुकीं थीं. हर बार चक्रधरपुर में दमकल की मांग उठती है. हालांकि जैसे ही आग की लपटें थमती हैं, वैसे ही दमकल की मांग भी थम जाती है.
जलती दुकानें देख आंखों से थम नहीं रहे थे आंसू
करीब दो घंटे बाद सीआरपीएफ कैंप से पानी का टैंकर भेजा गया
आगजनी सूचना पर हजारों लोग गुदड़ी बाजार में जुट गये थे
हर बार घटना के बाद चक्रधरपुर में दमकल की मांग उठती है
आग बुझते ही दमकल की मांग भी गौण पड़ जाता है
चक्रधरपुर रेल मंडल होने के बावजूद दमकल की व्यवस्था नहीं
आग लगने पर 23 किमी दूर चाईबासा से मंगाया जाता है दमकल
सुबह छह से शाम चार बजे तक आग बुझाने में लगी रही दमकल गाड़ी
गुदड़ी बाजार की दुकानों में आग की लपटें इतनी तेज थी कि दमकल को आग बुझाने में दिनभर का समय लग गया. सुबह छह से शाम चार बजे तक दमकल कर्मी आग बुझाने में जुटे रहे. दिन के 11:30 बजे आग पर काबू पा लिया गया था, लेकिन दुकानों के अंदर से धुआं निकलना बंद नहीं हो रहा था.
दिनभर जमे रहे डीएसपी व थाना प्रभारी
घटना के बाद गुदड़ी बाजार में तनाव व पथराव को देखते हुए पुलिस-प्रशासन सतर्क हो गया था. एसडीपीओ सकल देव राम व थाना प्रभारी गोपीनाथ तिवारी दिनभर जवानों के साथ गुदड़ी बाजार में जमे रहे. सुबह नौ बजे से चौक-चौराहा व बाजारों की दुकानें बंद रहीं. डीएसपी व थाना प्रभारी ने माइक से दुकानदारों को अपनी दुकानें खोलने की अपील की. इसके बाद बाटा रोड व मुख्यमार्ग की दुकानें खुली. हालांकि कपड़ा पट्टी, पोस्ट ऑफिस रोड की दुकानें बंद रहीं. विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिए
चक्रधरपुर के भारत भवन, पवन चौक, असलम चौक, भगत सिंह चौक, गुदड़ी बाजार में भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात किया गया. दूसरी ओर कार्यपालक दंडाधिकारी सुरेश प्रसाद सिन्हा व प्रखंड विकास पदाधिकारी समीर रेनियर खलको पीड़ित दुकानदारों की सूची इकट्ठा करने में जुटे रहे.
नहीं लगा हाई मास्ट लाइट सुरक्षा की अनदेखी
पिछले साल आगजनी की घटना के वक्त गुदड़ी बाजार परिसर में हाइ मास्ट लाइट व सीसीटीवी कैमरा लगाने की बात कही गयी थी. हालांकि डेढ़ साल बाद भी प्रस्ताव पर काम नहीं हो सका. इस कारण बाजार में असुरक्षा अब भी बरकरार है. उस समय कहा गया था कि गुदड़ी बाजार की घेराबंदी की जायेगी, लेकिन बाउंड्री वॉल बनाने की दिशा में कोई पहल नहीं हुई. गुदड़ी बाजार पूरी तरह असुरक्षित है. यहां प्रकाश व्यवस्था नहीं है. एक निजी रात्रि प्रहरी ही देखरेख करता है. वह भी पूरी रात गुदड़ी बाजार में नहीं रहता है. रात आठ बजे के बाद गुदड़ी बाजार पूरी तरह अंधेरे में समा जाता है. अंधेरा व सुनसान होने के कारण लोगों का आना जाना नहीं होता है.
रात होते ही बाजार में लगता है शराबियों का जमावड़ा
गुदड़ी बाजार क्षेत्र हमेशा से शराब व जुआ का अड्डा रहा है. रात होते ही यहां शराब का दौर शुरू हो जाता था. दिन में जुआ भी खेला जाता था. इस संबंध में प्रशासन से कई बार शिकायत की गयी. हालांकि कई बार कार्रवाई हुई, लेकिन पूरी तरह रोक नहीं लग सकी.
हर तरफ चीख-चित्कार सुनाई दे रही थी
दमकल आने तक गुदड़ी बाजार में चीख-चित्कार सुनाई पड़ रही थी. लोगों ने हर संभव आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ. सूचना मिलते ही साढ़े चार बजे अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सकल देव राम, थाना प्रभारी गोपीनाथ तिवारी भारी मात्रा में पुलिस पहुंची. प्रभारी एसडीओ सह एलआरडी विनय मनीष लकड़ा, डीएसपी व थाना प्रभारी अपने स्तर से दमकल बुलाने के लिए वरीय पदाधिकारी से संपर्क में रहे. बाल्टी से आग बुझाने का प्रयास किया.
ईद के लिए व्यवसायियों ने किया था स्टॉक
ईद त्योहार के कारण अधिकतर रेडीमेड कपड़ा दुकानों में दुकानदारों ने स्टॉक जमा कर रखा था. एक-दो दिन पहले ही कई दुकानदारों ने माल मंगवाया था. कोलकाता व रांची से आये कपड़ों के बंडल को कई दुकानदारों ने खोला भी नहीं था. इसी दौरान हादसा हो गया. जिन दुकानों में आग लगी है, उनके मालिक ने अपनी पूंजी खो दी है.
दुकानों के ऊपर से गुजरा था तार
गुदड़ी बाजार में जलने वाली दुकानों में रेडीमेड कपड़ा, तौलिया-गमछा, मसाला, किराना व सब्जी की दुकानें शामिल हैं. जानकारी के अनुसार सुबह 4.10 बजे दमकल के लिए फोन किया गया था. हालांकि पाइप लाइन से पानी की आपूर्ति हो रही थी. दुकानों के ऊपर से बिजली तार गुजरने के कारण विद्युत आपूर्ति ठप करा दी गयी थी. इसके कारण पाइप लाइन से पानी मिलना बंद हो गया. इससे आग पर काबू पाने में दिक्कत हुई. पहले रेडीमेड कपड़ों की दुकानें, फिर मसाला व सब्जी की दुकानों को आग ने अपनी चपेट में ले लिया.
बीते वर्ष तीन जनवरी को 27 दुकानें जल गयी थी
3 जनवरी 2016 को गुदड़ी बाजार की 27 दुकानें आग से खाक हो गयी थी. उस आग की राख अभी ठंडी भी नहीं हुई थी कि एक बार फिर हादसा हो गया. 27 प्रभावित दुकानदारों को अभी मुआवजा देने की प्रक्रिया चल ही रही है. ऐसे में दूसरी घटना ने दुकानदारों की कमर तोड़ दी है.
1. भोला गुप्ता-किराना दुकान 2. चिन्ना राव-मसाला दुकान 3. मो कैसर-रेडीमेड कपड़ा 4. अब्दुस्समद-रेडीमेड कपड़ा 5. बबलू मेराज-रेडीमेड कपड़ा 6. मो शमशाद-रेडीमेड कपड़ा 7. रामेश्वर प्रसाद-रेडीमेड कपड़ा 8. सलाउद्दीन अंसारी-रेडीमेड कपड़ा 9. मो मुजाहिद-रेडीमेड कपड़ा 10. परवेज आलम-रेडीमेड कपड़ा 11. मकसूद आलम-रेडीमेड कपड़ा 12. मो अख्तर-रेडीमेड कपड़ा 13. मो नसीम-रेडीमेड कपड़ा 14. मो मुख्तार-रेडीमेड कपड़ा 15. अंजूम शाहिद बिल्लू-रेडीमेड कपड़ा 16. मेहबूब आलम-रेडीमेड कपड़ा 17. मो मजीद-रेडीमेड कपड़ा 18. नाजिर हुसैन-रेडीमेड कपड़ा 19. परवेज आलम-रेडीमेड कपड़ा 20. गुलाम रब्बानी-रेडीमेड कपड़ा 21. आदिल रशीद-रेडीमेड कपड़ा 22. मो अलीम-रेडीमेड कपड़ा 23. मो औरंगजेब-रेडीमेड कपड़ा 24. इंद्रनाथ साव-रेडीमेड कपड़ा 25. हाजी मो समी अहमद-रेडीमेड कपड़ा 26. राजनारायण प्रसाद-रेडीमेड कपड़ा 27. दिनेश साव-रेडीमेड कपड़ा 28. मो जावेद (पिता मंजूर आलम)-मसाला 29. कुरबान अली (पिता शेख कश्मीर)-मसाला 30. असगर हुसैन (पिता शेख इदू)-मसाला 31. मो नासिर (पिता कुरबान अली)- मसाला 32. दीपक पासवान (पिता भगवत पासवान)- मसाला 33. मो मुमताज (पिता अब्दुल अयूब)- मसाला 34. बशीरन- सब्जी 35. मनीष गुप्ता-सब्जी 36. मो चांद-सब्जी 37. मो शाहिद-सब्जी 38. अयुब-सब्जी 39. अब्दुल कयुम-सब्जी 40. मन्नु साव-सब्जी 41. नियाज-सब्जी 42. बुधनी-सब्जी 43. मो शहजाद-सब्जी 44. मो शहबाज-सब्जी 45. मनीष साव-सब्जी 46. ईश्वर लाल गुप्ता-सब्जी 47. मुन्ना लाल गुप्ता-सब्जी 48. मो औरंगजेब-सब्जी 49. सोमाय मानसिंह-सब्जी 50. मोटू बोदरा-सब्जी 51. आनंद साव-सब्जी 52. दीपक पासवान-मनीहारी 53. मो हसन-मनीहारी 54. प्रेमनाथ साव-रेडीमेड कपड़ा 55. सुल्तान अहमद-रेडीमेड कपड़ा 56. अमरनाथ साव-रेडीमेड कपड़ा 57. राजेश साव-रेडीमेड कपड़ा 58. जावेद अख्तर-रेडीमेड कपड़ा 59. मो रिजवान रिंकु-रेडीमेड कपड़ा 60. मो मुस्तफा-रेडीमेड कपड़ा 61. शंभु शर्मा-रेडीमेड कपड़ा 62. मो नासिर-रेडीमेड कपड़ा 63. राजू अग्रवाल-रेडीमेड कपड़ा 64. इंद्र नाथ साव-रेडीमेड कपड़ा 65. मो माशूक-रेडीमेड कपड़ा 66. मो इब्राहिम-रेडीमेड कपड़ा 67. ओम प्रकाश गुप्ता-रेडीमेड कपड़ा 68. मो सिद्दीक-रेडीमेड कपड़ा

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें