विद्यालय में शौचालय नहीं, दो वर्ष बाद भी नहीं बना किचन
हाल पहारकोना विद्यालय का
नवल प्रसाद
केरसई(सिमडेगा) : प्रखंड के पहारकोना स्थित उत्क्रमित विद्यालय में बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है. यहां वर्ग पांच तक की क्लास होती है किंतु यहां पर सिर्फ 17 विद्यार्थी हैं. विद्यालय में कमरे चार हैं. विद्यालय में पारा शिक्षक तथा प्रधानाध्यापक हैं. लोगों के अनुसार प्रधानाध्यापक हमेशा अनुपस्थित ही रहते है.
वे सिर्फ हाजिरी बनाने के लिये आते हैं. विद्यालय प्रबंधन समिति के जनसाय मांझी ने बताया कि किचन शेड मद में 60 हजार रुपये प्राप्त हुआ था. किंतु दो वर्ष बीत जाने के बाद भी किचन शेड अब तक अधूरा पड़ा है. विद्यालय प्रबंधन समिति के जयंत कु जूर ने बताया कि दो किस्तों में 60 हजार रुपये की निकासी की गयी. किंतु शेड अब तक अधूरा पड़ा है. विद्यालय में आलमीरा व कुरसी आदि नहीं होने के कारण किताबों को दीवार पर कांटी में रस्सी बांध कर रख गया है. विद्यालय में बना शौचालय टूटा पड़ा है. विद्यालय की छात्रएं बाहर में शौच के लिये जाने को विवश हैं. विद्यालय मरम्मत के नाम पर भी राशि की निकासी की गयी है.
किंतु विद्यालय की स्थिति जजर्र बनी हुई है. ग्रामीण चैतु मांझी ने बताया कि शिक्षकों के नियमित नहीं रहने के कारण विद्यालय में पठन-पाठन कार्य प्रभावित हो रहा है. मेंजस लकड़ा ने बताया कि विद्यालय में पढ़ाई नहीं होने के कारण बच्चे अन्य विद्यालयों में अपना नामांकन करा रहे हैं. सुभाष आइंद ने कहा कि प्रधानाध्यापक के नशे में रहने के कारण भी बच्चे विद्यालय नहीं जाते. उर्मिला कुजूर, जुलनायी आईंद एमलेन, पुनत कुजूर ने कहा कि विद्यालय के संचालन में हो रही गड़बड़ी के कारण ही यहां पढ़ाई का माहौल चौपट हो गया है. ग्रामीणों ने कहा कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों को उक्त स्थिति से कई बार अवगत कराया गया, किंतु विभागीय अधिकारी भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं.