सिमडेगा: भाजपा नेता मनोज नगेसिया हत्याकांड की सीबीआइ जांच की मांग लोगों ने की है. घटना की सूचना मिलते ही शनिवार की सुबह काफी संख्या में लोग सदर अस्पताल पहुंच गये. हत्या से सभी मर्माहत थे. लोग काफी गुस्से में भी दिखे. कई लोगों ने कहा कि जिले में लगातार भाजपा नेताओं की हत्या की जा रही है. बानो, बोलबा में पूर्व में कई भाजपा नेताओं की हत्या की गयी है.
पुलिस के प्रति लोगों में दिखा गुस्सा : सदर अस्पताल पहुंचे लोगों में पुलिस के प्रति गुस्सा देखा गया. लोग कह रहे थे पुलिस बयानबाजी कर रही है कि जिले को अपराध मुक्त कर देंगे, किंतु ऐसा हो नहीं रहा है. हाल के दिनों में थाना प्रभारी समेत एक अन्य पुलिस जवान की हत्या के बाद अब मनोज नगेसिया की हत्या कर दी गयी है.
माओवादी व पीएलएफआइ के निशाने पर थे मनोज : मनोज नगेसिया माओवादी संगठन छोड़ कर सरेंडर कर दिया था. कोर्ट से बरी होने के बाद सामाजिक कार्य तथा राजनीतिक में आ गये थे. इसके बाद से ही माओवादी व पीएलएफआइ के निशाने पर आ गये थे. मनोज नगेसिया के प्रयास से ही कई नामी गिरामी माओवादियों ने सरेंडर कर दिया था. मनोज के कारण माओवादी तथा पीएलएफआइ को लगातार नुकसान हो रहा था. इसी कारण दोनों संगठन के निशाने पर मनोज नगेसिया थे. जिले के एसपी राजीव रंजन सिंह ने कई बार मनोज नगेसिया को इधर-उधर नहीं जाने की भी सलाह दी गयी. कहीं जाने पर सूचना देने की भी बात एसपी ने कही थी, किंतु शुक्रवार की रात बिना कोई सूचना के ही मनोज नगेसिया लचरागढ़ चले गये थे.
साजिश के तहत की गयी हत्या :मनोज नगेसिया की हत्या पूरी तरह से साजिश के तहत की गयी है. सूत्रों के अनुसार, मनोज नगेसिया हर साल इंद मेला में अतिथि के रूप में लचरागढ़ जाते थे. वे इस बार भी इंद मेला में भाग लेने गये. इस बार कार्यक्रम शुरू होने से पूर्व ही लोगों ने उनसे खाना खाने की जिद करने लगे. सूत्रों के अनुसार, हर बार मनोज नगेसिया को घर के अंदर खाना खिलाया जाता था, किंतु इस बार खाना बाहर खिलाने की व्यवस्था की गयी थी. खाना खाने के स्थल को टेंट लगा कर घेर दिया गया था. जहां पर मनोज नगेसिया को बैठने की व्यवस्था की गयी थी, वहीं पर टेंट में छेद था. मनोज नगेसिया के बगल वाली कुर्सी में एक व्यक्ति बैठ गया था, जिसे किसी ने वहां से उठ कर दूसरे कुर्सी पर बैठने को कहा. खाना जैसे ही मनोज नगेसिया को दिया गया तथा उन्होंने जैसे ही पहला निवाला लेना चाहा, उसी समय टेंट के परदे के पीछे छेद से उन्हें गोली मार दी गयी. गोली पेट में लगी, जो बाहर निकल गयी. घटना के बाद जब मनोज को सिमडेगा लाया जा रहा था, तो लचरागढ़ से लगातार फोन कर लोग उनके हाल की जानकारी ले रहे थे, किंतु रात को ही उनकी मौत की सूचना के बाद किसी ने फोन नहीं किया.
अंतिम संस्कार किया गया : मनोज नगेसिया का आज अंतिम संस्कार उनके पैतृक आवास बीरू स्थित बुढ़ा पहाड़ में कर दिया गया. सदर अस्पताल में एक मेडिकल टीम गठन किया गया. मेडिकल टीम द्वारा मनोज नगेसिया के शव का पोस्टमार्टम किया गया. पोस्टमार्टम के बाद शव को उनके परिजनों को सौंप दिया गया. शव को उनके पैतृक गांव बुढ़ा पहाड़ ले जाया गया. गांव में राज्य के मंत्री, विधायक, पुलिस प्रशासन सहित हजारों की संख्या में लोगों ने मनोज नगेसिया के अंतिम दर्शन किये.
बंद रहा बीरू : मनोज नगेसिया बीरू वासियों के लिए मसीहा के समान थे. बीरू के लोगों ने आज अपनी दुकानों को बंद रख कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. स्थानीय भाजपा विधायक विमला प्रधान ने कहा कि मनोज नगेसिया बहुत कम समय में प्रदेश स्तर की राजनीति में जगही बना ली थी. वे काफी मिलनसार थे. उन्होंने सामाजिक तथा राजनैतिक पहचान बना ली. उनकी मौत से भाजपा को अपूरणीय क्षति हुई है. पहली बार वे भाजपा में शामिल हुए तथा उन्हें पार्टी ने टिकट भी कोलेबिरा विधान सभा सीट से दे दिया. वे चुनाव लड़े तथा दूसरे स्थान पर रहे. प्रदेश एसटी मोर्चा के वे उपाध्यक्ष भी बनाये गये थे.
टीम बना कर पुलिस कर रही है छापामारी : एसपी राजीव रंजन सिंह ने बताया कि मनोज नगेसिया की हत्या के बाद से ही पुलिस लगातार संभावित ठिकानों पर छापामारी कर रही है. पुलिस की एक टीम बनायी गयी है. टीम में शामिल पुलिस पदाधिकारी व जवान मनोज नगेसिया की हत्या में शामिल लोगों को पकड़ने के लिए अभियान छेड़ दिया है. बहुत जल्द मनोज नगेसिया के हत्यारे सलाखों के पीछे होंगे. एसपी ने कहा कि मनोज नगेसिया नक्सलियों के निशाने पर थे. उनको जानकारी भी दी गयी थी और इधर-उधर खास तौर पर रात को कहीं नहीं जाने की सलाह दी गयी थी.